दिल्ली के प्रसिद्द ज्योतिषी पंडित उमेशचंद्र पंत समझा रहे है ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों का महत्व

ज्योतिषविज्ञान भारतीय संस्कृति में एक गहरी जड़ें जमाए रहनेवाला विज्ञान है

दिल्ली के प्रसिद्द ज्योतिषी पंडित उमेशचंद्र पंत समझा रहे है ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों का महत्व

ज्योतिष विज्ञान भारतीय संस्कृति में एक गहरी जड़ें जमाए रहने वाला विज्ञान है, जिसका उद्देश्य व्यक्ति के जीवन पर ग्रहों के प्रभावों को समझना और उनके अनुसार जीवन को बेहतर बनाने के उपाय सुझाना है। इस विज्ञान में, नौ ग्रहों – सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, और केतु – को मानव जीवन पर विशेष प्रभाव डालने वाले कारकों के रूप में माना जाता है। ये ग्रह जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे कि स्वास्थ्य, वित्त, विवाह, करियर, और अध्यात्मिक विकास पर प्रभाव डालते हैं। दिल्ली के प्रसिद्द ज्योतिषी पंडित उमेश चंद्र पंत से ग्रहों का हम पर पड़ने वाले प्रभाव को समझते हैं।

ग्रहाधीनं जगत्सर्वं ग्रहाधीनाः नरावराः । कालज्ञानं ग्रहाधीनं ग्रहाः कर्मफलप्रदाः ॥
अर्थात् - ग्रहों के अधीन ही यह सम्पूर्ण संसार है । ग्रहों के अधीन ही सभी श्रेष्ठ मनुष्य होते हैं । काल का ज्ञान भी ग्रहों के अधीन है और ग्रह ही कर्मो के फल को देनेवाले होते हैं । (बृहस्पति संहिता)

हमारे जीवन में ग्रहों का महत्व

ग्रहों द्वारा भविष्यवाणी: ग्रहों की स्थिति और गतिविधियों का विश्लेषण करके ज्योतिषी व्यक्ति के भविष्य की भविष्यवाणी कर सकते हैं। उनकी स्थिति और योगों का विश्लेषण करके वे विभिन्न घटनाओं के लिए संकेत दे सकते हैं।

ग्रहों द्वारा व्यक्तित्व विकास: ग्रहों का प्रभाव व्यक्ति के व्यक्तित्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। व्यक्ति के जन्म के समय की ग्रहों की स्थिति उनके स्वभाव, विचार और व्यवहार पर प्रभाव डालती है।

ग्रहों द्वारा समस्याओं की समीक्षा और प्रकार: ग्रहों की स्थिति के आधार पर ज्योतिषी व्यक्ति के जीवन में समस्याओं की व्याख्या कर सकते हैं और उनके निवारण के लिए सुझाव दे सकते हैं।

ग्रहों द्वारा विवाह और प्रेम संबंध: ग्रहों की स्थिति के आधार पर ज्योतिषी व्यक्ति के विवाह और प्रेम संबंधों की संभावनाओं का अनुमान लगा सकते हैं। वे योगों और दोषों के आधार पर समाधान प्रस्तुत कर सकते हैं।

ग्रहों द्वारा रोग और स्वास्थ्य: ग्रहों की शांति और संतुलन स्वास्थ्य और रोगों के मामले में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ज्योतिषी व्यक्ति के जीवन में स्वास्थ्य सम्बंधी समस्याओं की पहचान कर सकते हैं और उपचार के लिए सलाह दे सकते हैं।

ग्रहों द्वारा उपाय और उपचार: ग्रहों के दोषों को दूर करने के लिए ज्योतिषी विभिन्न उपायों और उपचारों की सिफारिश कर सकते हैं, जैसे कि मंत्र, रत्न, यंत्र, और दान-पुण्य।
ग्रहों का महत्व ज्योतिष शास्त्र में अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनकी स्थिति और गतिविधियों का विश्लेषण करके ज्योतिषी व्यक्ति के जीवन में आने वाले घटनाओं की भविष्यवाणी करते हैं और उनके निवारण के लिए सुझाव देते हैं। इसके अलावा, ग्रहों की सही स्थिति और संतुलन से व्यक्ति का व्यक्तित्व विकसित होता है और उसके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में समृद्धि और सफलता मिलती है।

आइये जानते है संक्षिप्त में सभी ग्रहों का प्रभाव
सूर्य (Sun): सूर्य शक्ति, स्वास्थ्य, सम्मान और उत्साह का प्रतीक है। इसका सकारात्मक प्रभाव व्यक्ति को स्वास्थ्य, उत्साह, और स्वयं की शक्ति में वृद्धि करता है।
चंद्र (Moon): चंद्रमा शांति, सहनशीलता, और संवेदनशीलता का प्रतीक है। इसका प्रभाव मनोवैज्ञानिक स्थिति को स्थिर और शांत रखता है।
मंगल (Mars): मंगल उत्साह, साहस, और सामर्थ्य का प्रतीक है। इसका सकारात्मक प्रभाव व्यक्ति को साहसी बनाता है और कार्यों में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है।
बुध (Mercury): बुध बुद्धिमत्ता, विचारशीलता, और बुद्धि का प्रतीक है। इसका प्रभाव व्यक्ति को बुद्धिमत्ता, विचारशीलता, और संचार के क्षेत्र में सफलता प्रदान करता है।
वृहस्पति (Jupiter): वृहस्पति ज्ञान, समृद्धि, और धर्म का प्रतीक है। इसका प्रभाव व्यक्ति को ज्ञान की प्राप्ति, समृद्धि, और धर्म के मार्ग पर चलने में मदद करता है।
शुक्र (Venus): शुक्र सौंदर्य, सुख, और संगीत का प्रतीक है। इसका प्रभाव व्यक्ति को सौंदर्य, संगीत, और प्रेम में संतुष्टि प्रदान करता है।
शनि (Saturn): शनि धैर्य, कर्मठता, और संगठन का प्रतीक है। इसका प्रभाव व्यक्ति को कर्मठता और धैर्य से काम करने में मदद करता है और संगठन क्षमता को विकसित करता है।
राहु (Rahu): राहु अध्ययन, उत्साह, और अवांछित लाभ का प्रतीक है। इसका प्रभाव व्यक्ति को उत्साह और प्रेरणा प्रदान करता है, लेकिन यह भी अप्रत्याशित कठिनाइयों को उत्पन्न कर सकता है।
केतु (Ketu): केतु संज्ञान, ध्यान, और आत्मसंयम का प्रतीक है। इसका प्रभाव व्यक्ति को आत्मसंयम, संज्ञान, और आध्यात्मिक विकास में सहायक होता है।
नवग्रहों के सकारात्मक प्रभाव का महत्वपूर्ण योगदान हमारे जीवन में बहुत होता है। एक-एक लाइन में नव ग्रहों को हम इस प्रकार भी समझ सकते हैं। सूर्य से हमें ऊर्जा और स्वास्थ्य प्राप्त होता है, चंद्र हमें शांति और सहनशीलता प्रदान करता है, मंगल साहस और समर्थता देता है, बुध बुद्धिमत्ता और संचार की क्षमता विकसित करता है, वृहस्पति ज्ञान और समृद्धि प्रदान करता है, शुक्र सौंदर्य और सुख को बढ़ाता है, शनि धैर्य और कर्मठता सिखाता है, राहु उत्साह और प्रेरणा प्रदान करता है, और केतु आत्मसंयम और आध्यात्मिक विकास में मदद करता है। इन ग्रहों के सकारात्मक प्रभाव से हमारा जीवन समृद्धि, सफलता, और संतुष्टि से भरा होता है।


'फलानि ग्रहचारेण सूचयन्ति मनीषिणः । को वक्ता तारतम्यस्य तमेकं वेधसं विना ॥' अर्थात् - ज्योतिष के ज्ञाता एक प्रकार से यह संकेत या सूचना दे सकते हैं की भविष्य में क्या होने वाला है।


दिल्ली के प्रसिद्द ज्योतिषी पंडित उमेश चंद्र पंत
पंडित उमेश चंद्र पंत दिल्ली, भारत के प्रसिद्ध ज्योतिषी में से एक है, जिनके अच्छे ज्योतिषीय ज्ञान और अनुभव से लाखों लोगों ने लाभ उठाया है। इनका ज्योतिषीय दृष्टिकोण उत्कृष्टता, सत्यता, और शास्त्र  पर आधारित है। इनके ज्योतिषीय समाधान और सलाह व्यक्तिगत और पेशेवर समस्याओं के लिए विशेषज्ञता से भरे होते हैं। पंडित उमेश चंद्र पंत के अच्छे ज्योतिषीय विश्लेषण एवं समस्याओ के समाधान ने इन्हे दिल्ली, भारत के एक प्रमुख ज्योतिषी के रूप में स्थापित किया है।

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