मिलिटरी पेंशन प्राप्त करने वाली सबसे प्रौढ़ महिला का 116 वर्ष की उम्र में हुआ निधन

मिलिटरी पेंशन प्राप्त करने वाली सबसे प्रौढ़ महिला का 116 वर्ष की उम्र में हुआ निधन

बड़ा पुत्र खुद हो चुका है आर्मी से निवृत, उम्र को लेकर कई लोगों में है मतभेद

प्रथम और द्वितीय दोनों विश्वयुद्ध में लड़ाई करने वाले भारतीय आर्मी के सिपाही जवान सिंह जिनकी मृत्यु साल 1991 में 101 साल की उम्र में मौत हुई थी। उनकी पत्नी बचनकौर की 116 साल की उम्र में मृत्यु हुई थी। पंजाब के मोहाली जिले में मोटे माजरा गाँव में बचन कौर ने अपनी अंतिम सांस ली थी। 
बता दे की जवानसिंह आर्मी में गनर की पोस्ट पर तैनात थे और वह 76 साल से भारत सरकार द्वारा पेंशन प्राप्त कर रहे थे। साल 1945 में भारत की ब्रिटिश आर्मी  से निवृत होने वाले जवान सिंह ने पाकिस्तान के बलोचिस्तान में भी अपनी सेवा दी थी। साल 1991 में जब जवानसिंह की मृत्यु हुई तो उनकी उम्र 101 साल थी। जब जवानसिंह आर्मी से निवृत हुये थे तब उन्हें दस रुपए पेंशन मिलती थी। जब जवान सिंह की मृत्यु हुई थी तब उनको मिलने वाली पेंशन की रकम 3500 तक बढ़ चुकी थी। वहीं बचन कौर को 24000 की पेंशन मिल रही थी। 
सबसे दिलचस्प बात तो यह है की बचनकौर और जवानसिंह का एक पुत्र भी आर्मी में अपनी सेवा दे चुका है। दोनों के सबसे बड़े पुत्र प्रीतम सिंह को भी आर्मी द्वारा पेंशन दी जाती है। आर्मी द्वारा पेंशन के लिए जन्म के रेकॉर्ड सहित कई डॉक्युमेंट्स रखे जाते है। जिसके कारण यह अनोखा मामला सबके सामेन जाहीर हुआ था। 
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