अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलने वाली तेजस ट्रेन सरकार के लिए घाटे का सौदा, तीन साल से लगातार घाटे में

अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलने वाली तेजस ट्रेन सरकार के लिए घाटे का सौदा, तीन साल से लगातार घाटे में

दिल्ली और लखनऊ के बीच चलने वाली तेजस ट्रेन से सरकार को मुनाफा

अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलने वाली तेजस ट्रेन पिछले तीन साल से लगातार घाटे में चल रही है। भारतीय रेलवे की पहली निजी तेजस ट्रेन में तमाम सुविधाएं होने के बावजूद यात्री नहीं मिल रहे हैं। अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलने वाली तेजस ट्रेन को अब तक कुल 35 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। गौरतलब है कि दिल्ली और लखनऊ के बीच चलने वाली तेजस ट्रेन ने मुनाफा कमाया है।
रेल मंत्रालय ने संसद को सूचित किया है कि अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलने वाली तेजस ट्रेन को 2019 में 2.91 करोड़ रुपये, 2020 में 16.45 करोड़ रुपये और 2021 में 16 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। हालांकि मुखबिरों का कहना है कि तेजस ट्रेन का किराया सस्ती एयरलाइंस के किराए से ज्यादा है। क्योंकि पीक सीजन में किराया बढ़ जाता है। तेजस ट्रेन के कोच की इंटीरियर, लाइटिंग ऐसी है जो लग्जरी ट्रैवल का अहसास देती है। इसके अलावा ट्रेन में डाइनिंग समेत अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। हालांकि, यात्री तेजस ट्रेनों से आकर्षित नहीं होते हैं। ऐसे में रेल मंत्रालय का दावा नाकामयाब रहा है। संक्षेप में कहें तो तेजस ट्रेन के मामले में यहीं कहा जा सकता है कि हाथी खरीदना आसान पर पालना मुश्किल।