नए साल की पूर्व संध्या पर स्विगी तथा जोमैटो पर आई ग्राहकों की बाढ़, हर मिनट मिले 8000 से भी अधिक ऑर्डर

नए साल की पूर्व संध्या पर स्विगी तथा जोमैटो पर आई ग्राहकों की बाढ़, हर मिनट मिले 8000 से भी अधिक ऑर्डर

1 जनवरी से स्विगी और जोमैटो पर लागू किया गया है 5 प्रतिशत का जीएसटी चार्ज

1 जनवरी से स्विगी और जोमैटो से ऑर्डर करना और भी महंगा हो गया है। अब दोनों एप्लिकेशन पर ऑनलाइन ऑर्डर करने पर अधिक शुल्क लगेगा। उससे एक दिन पहले नए साल की पूर्व संध्या पर लोगों ने जमकर ऑनलाइन ऑर्डर किया। नए साल कि पूर्व संध्या पर स्विगी पर रिकॉर्ड तोड़ 2 मिलियन ऑर्डर आए, जबकि ज़ोमैटो को भी 2 मिलियन से अधिक ऑर्डर मिले। 31 दिसंबर स्विगी-जोमैटो ऐप का फील्ड डे था। ओमिक्रॉन के डर से अधिकांश लोग नए साल की पूर्व संध्या पार्टी में शामिल नहीं हुए और इससे स्विगी और जोमैटो पर ऑर्डर की संख्या में वृद्धि हुई। स्विगी को प्रति मिनट 9000 से अधिक ऑर्डर मिले और जोमैटो पर ऑर्डर की संख्या 8000 प्रति मिनट से अधिक हो गई। स्विगी ने ट्विटर पर साझा किया कि नए साल की पूर्व संध्या पर फूड-डिलीवरी ऐप ने 20 लाख ऑर्डर को पार कर लिया है। पिछले साल की तरह इस साल भी स्विगी का रिकॉर्ड टूटा है, पिछले साल सिर्फ 5500 ऑर्डर प्रति मिनट मिले थे, लेकिन इस साल कुल ऑर्डर की संख्या 9000 प्रति मिनट पर पहुंच गई है। स्विगी ने यह भी खुलासा किया कि बिरयानी सबसे ज्यादा ऑर्डर किया जाने वाला भोजन है।
स्विगी ने ट्विटर पर लिखा, 'भारत में बहुत से लोग बिरयानी के शौकीन हैं। 1 दिसंबर की पूर्व संध्या पर एक मिनट में 1229 बिरयानी पहुंचाई गईं। बिरयानी के अलावा, भारतीयों ने बड़ी मात्रा में बटर नान, मसाला डोसा, पनीर बटर मसाला और चिकन फ्राइड राइस का भी ऑर्डर दिया। स्विगी ने यह भी साझा किया कि लोगों ने नए साल के जश्न के लिए रिकॉर्ड स्नैक आइटम का ऑर्डर दिया। फूड-डिलीवरी ऐप में 15,458 कार्टन अंडे, 35,177 बैग टमाटर, 27,574 बैग प्याज और 7,822 पैकेट ब्रेड शामिल हैं। 
Zomato ने भी नए साल की पूर्व संध्या पर 2 मिलियन से अधिक ऑर्डर को पार किया। सीईओ दीपेंद्र गोयल ने खुलासा किया कि ऑर्डर की संख्या में वृद्धि ने यूपीआई की सफलता दर को भी प्रभावित किया है। लोगों ने न केवल खाना ऑर्डर किया, बल्कि स्विगी और जोमैटो के ग्रोसरी प्लेटफॉर्म इंस्टामार्ट और लेट्स ब्लिंक ईट को भी हजारों ऑर्डर मिले। एक जनवरी से स्विगी और जोमैटो होंगे महंगे फ़ूड-डिलीवरी ऐप्स को अपनी रेस्टोरेंट सर्विस पर सरकार के आदेश के मुताबिक़ 5 प्रतिशत गुड्स एंड सर्विस टैक्स देना होगा। 
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि स्विगी और ज़ोमैटो जैसे फूड-डिलीवरी प्लेटफॉर्म को क्लाउड किचन और सेंट्रल किचन सहित अपने साथी रेस्तरां की ओर से जीएसटी का भुगतान करना चाहिए, जिनकी सेवाएं उनके आवेदन के माध्यम से उपलब्ध हैं। स्विगी और जोमैटो ने इसे स्वीकार कर लिया और अब इसे 2022 के पहले दिन से लागू किया जाएगा।

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