सूरत: कोरोना मरीजों को लिए इस कंपनी ने 72 घंटों में बनाया 250 बेड का अस्थाई कोविड अस्पताल

सूरत: कोरोना मरीजों को लिए इस कंपनी ने 72 घंटों में बनाया 250 बेड का अस्थाई कोविड अस्पताल

प्रसिद्ध स्टील निर्माता आर्सेलर मित्तल परिवार ने केंद्र और राज्य सरकार की अपील के जवाब में उठाया ये कदम

कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति में ऑक्सीजन की आवश्यकता को देखते हुए सूरत में प्रसिद्ध स्टील निर्माता आर्सेलर मित्तल परिवार ने केंद्र और राज्य सरकार की अपील के जवाब में अपने संयंत्र परिसर में 250 बेड का कोविड अस्पताल स्थापित करके मानवता का एक बड़ा उदाहरण पेश किया है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने आज यहां कोविद अस्पताल के उद्घाटन के अवसर पर एक वीडियो सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आर्सेलर मित्तल ने ऑक्सीजन की सख्त जरूरत के समय में समाज के लिए अपनी जिम्मेदारी पूरी की है। उन्होंने लक्ष्मी मित्तल और आर्सेलर मित्तल परिवार की पहल का स्वागत करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने पिछले एक महीने में कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड की संख्या 41,000 से बढ़ाकर 92,000 कर दी है।

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में देश के ऑक्सीजन उत्पादकों से ऑक्सीजन उत्पादन को अधिकतम करने और कोरोना रोगियों की मदद करने की अपील की। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भी गुजरात उत्पादकों से अपील की कि वे ऑक्सीजन की मांग को पूरा करने में मदद करें। ऐसे में आर्सेलर मित्तल ने राज्य और केंद्र सरकारों के आह्वान का जवाब इस अंदाज में दिया है। सूरत के पास हजीरा स्थित आर्सेलर मित्तल स्टील प्लांट अपने स्वयं के इस्पात(स्टील) उत्पादन के लिए गैस और ऑक्सीजन का उत्पादन करता है। अस्पतालों में इलाज के लिए जाने वाले कोरोना रोगियों की जरूरतों के लिए गैस ऑक्सीजन परिवहन संभव नहीं है। परिवहन के लिए तरल ऑक्सीजन गैस की आवश्यकता होती है। ऐसे में आर्सेलर मित्तल स्टील प्लांट वर्तमान में अपने तरल ऑक्सीजन उत्पादन में 30 प्रतिशत की वृद्धि कर रहा है और गुजरात के रोगियों को 185 मीट्रिक टन तरल ऑक्सीजन कोरोना की आपूर्ति कर रहे हैं। 
जानकारी के लिए बता दें कि मित्तल स्टील प्लांट के लिए ऑक्सीजन का उत्पादन गैस स्वरूप में होता है और गैसीय ऑक्सीजन का परिवहन संभव नहीं है, इसलिए इस ऑक्सीजन गैस का उपयोग कोरोना वाले मरीजों के इलाज के लिए तुरंत किया जा सके इसके लिए स्टील प्लांट में ही कोविड प्लांट स्थापित किया गया है। यह अपने आप में एक अनोखी पहल हैं। राज्य सरकार के उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज दास के परामर्श के साथ सूरत के जिला कलेक्टर धवल पटेल और सूरत के नगर आयुक्त बंछानिधि पाणि के सहयोग से हजीरा में आर्सेलर मित्तल स्टील प्लांट के प्रबंधन ने केवल 72 घंटे के रिकॉर्ड समय में एक अस्थायी कोविड अस्पताल शुरू करके दिखा दिया।
आर्सेलर मित्तल ने योजना बनाई है कि आवश्यकता के अनुसार यहां 1000 बेड का कोविड अस्पताल स्थापित किया जा सकता है। आज आर्सेलर मित्तल स्टील प्लांट के इस इस अस्थायी कोविद अस्पताल के उद्घाटन के दौरान जाने-माने व्यवसायी लक्ष्मी मित्तल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कजाकिस्तान से जुड़े थे। जबकि सहायक कंपनी निप्पॉन स्टील के प्रतिनिधि जापान से जुड़े थे। साथ ही सांसद और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सी आर पाटिल भी इस अवसर पर उपस्थित थे। गांधीनगर से उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज कुमार दास भी उद्घाटन में शामिल हुए।