सूरत : ऑटोमोटिव सेक्टर के सर्विस एबिलिटी वाली कंपनियों के प्रोडक्ट ग्राहकों के लिए बेहतर

सूरत :  ऑटोमोटिव सेक्टर के सर्विस एबिलिटी वाली कंपनियों के प्रोडक्ट ग्राहकों के लिए बेहतर

आटोमोटिव इंडस्ट्रीयल सेक्टर में हाल में काफी डिमांड है यानी ग्रोइंग मार्केट दिख रहा है

ऑटोमोटिव इंडस्ट्रियल इंडस्ट्री से जुड़े दीपकभाई बेडिया बताते हैं कि आज के दौर में हमारे इंडस्ट्री में नये-नये सेगमेन्ट देखने को मिल रहे हैं। पेट्रोलियम पदार्थों की उपयोगिता को कम करने के लिए भारत सरकार बैटरी से चलने वाले ई वाहनों पर जोर दे रही है, जिससे आटोमोटिव इंडस्ट्रीयल सेक्टर में हाल में काफी डिमांड है यानी ग्रोइंग मार्केट दिख रहा है। 

भारत सरकार बैटरी से चलने वाले ई वाहनों पर जोर दे रही है

पिछले 32 सालों से 122, काशीनगर, बमरोली रोड, सूरत में ऑटोमोटिव इंडस्ट्रियल इंडस्ट्री से जुड़े दीपकभाई बेडिया ने कहा कि कोरोना से पहले बहुत ही अच्छा कारोबार था। कोरोना में तो सब बंद होने से इंडस्ट्री भी बंद थी। इसके बाद अभी हाल में मार्केट ठीक चल रहा है और आगामी दिनों में हमारे प्रोडक्टों की अच्छी डिमांड रहने की पूरी उम्मीद है। अपने व्यापार से जुड़े विविध पहलुओं के संदर्भ में बताते हुए दीपकभाई ने कहा कि इंडस्ट्रियल बैटरी, ऑनलाइन यूपीएस, स्टेबलाइजर सहित इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट की ऑल रेंज उनके यहां उपलब्ध है। 

ग्राहकों को लोकल बैटरी से बचने और नामी कंपनियों के प्रोडक्ट यूज करने की सलाह 


दीपकभाई ने ग्राहकों को लोकल बैटरी से बचने और नामी कंपनियों के प्रोडक्ट यूज करने की सलाह दी है। कारण कि ब्रांडेड कंपनियों की सर्विस एबिलिटी नेटवर्क होने से उसका लाभ ग्राहकों को मिलता है। यदि कहीं भी गाड़ी है और उसमें बैटरी में प्रॉब्लम आ जाता है तो हेल्पलाइन नंबर से संपर्क करने पर ग्राहक को वहीं सुविधा मिल जाती है। जिस कंपनी की सर्विस एबिलिटी नहीं है उससे ग्राहकों को बचना चाहिए। दीपकभाई ने ई बाइक खरीदने से पहले ग्राहकों उसकी संपूर्ण जानकारी लेने की सलाह दी है। साथ ही कहा कि ग्राहकों को अपनी नीड एनालिसिस समझकर ही ई- वाहन को खरीदना चाहिए। उपयोगिता नहीं होने पर भी ई-बाइक महंगी पड़ सकती है। कारण कि 3 वर्ष में ई-बाइक की बैटरी बदलनी ही है, जिसकी जिसकी कीमत तकरीबन 30,000 है। हालांकि आगामी दिनों में इसमें समय-समय पर सुधार होने से ग्राहकों को अच्छी सुविधा मिलने के आसार हैं।
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