सूरत : कोरोना महामारी ने दिया बड़ा सबक, व्यापार के तरीकों में बदलाव की जरुरत : एसएमए

सूरत : कोरोना महामारी ने दिया बड़ा सबक, व्यापार के तरीकों में बदलाव की जरुरत : एसएमए

कुछ चन्द भेजाबाजों के कारण सूरत मार्केट तथा डिजिटल व्यापार हो रहा है बदनाम

 सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन की रविवारीय साप्ताहिक मीटिंग मनभरी फार्म हाउस वीआईपी रोड के प्रांगण में संपन्न हुई है। मीटिंग के दौरान अध्यक्ष नरेंद्र साबू ने काफी बड़ी संख्या में आए हुए व्यापारियों से बातचीत की और काफी व्यापारिक चुनौतियों की बातें साझा की। उन्होंने मुख्य जो बातें बताई उनके अनुसार गत डेढ़ वर्ष से पूरा विश्व 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी का सामना कर रहा है। व्यापारी वर्ग को इस चुनौती से निपटने के लिए कारगर कदम उठाने पड़ेंगे। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि कोरोना महामारी ने बहुत बड़ा सबक दिया है। जिससे व्यापारियों को अपने व्यापार के तरीकों में बदलाव की जरुरत है। 
मीटिंग में आत्माराम बाजारी, हेमंत गोयल, राजकुमार  चिरानिया, जितेन्द्र सुराणा, मनोज अग्रवाल, संदीप गुप्ता, अशोक जी बाजारी,  प्रकाश बेरीवाल, अमित तापड़िया, अरविंद जैन, मुकेश जी अग्रवाल, रामकिशोर जी बजाज, भरत भाई, आदि  सदस्यों की सादर उपस्थिति रही है।  विशेष तौर पर आज की मीटिंग के दौरान चेन्नई से महिला उद्यमी गीता  जैन का फोन आया था उनके साथ सूरत के एक व्यापारी ने ऑनलाइन चीटिंग करी है उनसे ₹50000 मंगवा लिए और उनको निम्न स्तर का माल भेज दिया है। महिला उद्यमी ने सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन से रुपये दिलवाने में मदद की गुहार लगाई है। एसएमए प्रमुख नरेन्द्र साबू ने गीता जैन को सहायता का भरोसा दिलाया है। 
आज की साप्ताहिक मीटिंग में तकरीबन 85 व्यापारियों ने हिस्सा लिया 140 आवेदन पत्र आए। इसमें से 15 आवेदनों का तुरन्त समाधान कर दिया गया तथा बाकी पंच पैनल और लीगल टीम को सौंप दिए गए हैं जो समयानुसार समाधान प्रक्रिया में आ जायेंगे। आज के समय की मांग है कि डिजिटल व्यापार बढाया जायें लेकिन कुछ चन्द भेजाबाज  लोगों के कारण सूरत मार्केट तथा डिजिटल व्यापार बदनाम हो रहा है। अतः इस पर लगाम लगाना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
 क्वालिटी,डिजाइन-वेरायटी के साथ फैशन के अनुरूप अपग्रेड होना पड़ेगा
1- वर्षों पुरानी उधारी की पद्धति को छोड़ना पड़ेगा कोरोना के काल में छोटे व मझोले व्यापारियों की सबसे ज्यादा हालत खराब हुई है उनकी तकरीबन 10% उधारी खतरे में है
2-सरकारी टैक्स प्रणाली में भी काफी बदलाव आने वाले हैं उन सबके लिए भी व्यापारी वर्ग को तैयार रहना पड़ेगा
3. आपको अपनी क्वालिटी डिजाइन वैरायटी और फैशन के अनुरूप किस कपड़े की मांग है उसमें अपग्रेड होना पड़ेगा।
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