सलाखों के भीतर घुसते कोरोना को देख 'सुप्रीम' आदेश, कैदियों को पेरोल पर छोड़ो!

सलाखों के भीतर घुसते कोरोना को देख 'सुप्रीम' आदेश, कैदियों को पेरोल पर छोड़ो!

तिहाड़ जेल में 190 कैदियों के संक्रमित होने और दो कैदियों की मौत होने पर लिया निर्णय

देश में कोरोना की दूसरी लहर से स्थिति 'भयानक' बनी हुई है। तमाम कोशिशों के बावजूद संक्रमण से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। आलम यह है कि चार दीवारी के अंदर रहने वाले लोग भी इस घातक वायरस की चपेट में आ चुके हैं। देश की तमाम जेलों के अंदर कैदी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, यहां तक की कई कैदियों ने कोरोना की वजह से जान भी गवां दी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सबसे बड़ी तिहाड़ जेल में 190 कैदियों के कोरोना संक्रमित होने और दो कैदियों की कोरोना से मौत होने की खबर के बाद जेलों में कोरोना को लेकर पैदा हुए हालात पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला लिया है। जेलों में कोरोना के संक्रमण मिलने की खबर के बाद सुप्रीम कोर्ट जेलों से कैदियों की संख्या घटाने के लिए कैदियों को ज़मानत पर रिहा करने पर विचार कर रहा है। पिछली बार भी कुछ खास कैटेगरी के कैदियों को सुप्रीम कोर्ट ने ज़मानत पर रिहा किया था।
इस बारे में हुई सुनवाई में सीजेआई एन वी रमना ने कहा कि मौजूदा हालात बहुत खतरनाक होते जा रहे हैं।  कोरोना की दूसरी लहर पिछली बार के मुकाबले इस बार ज्याादा परेशान करने वाली है।  ऐसे में पिछली बार दाखिल हुई याचिकाओं पर फिर से विचार करने की ज़रूरत है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए एक बार फिर कमेटी का गठन किया जा सकता है। आपको बता दें कि 23 मार्च, 2020 को सुप्रीम कोर्ट ने हाई पावर कमेटी का गठन करने का निर्देश कर कमेटी ने कैदियों को रिहा करने का दिशा-निर्देश बनाया था। कोर्ट ने कहा कि जेलों के भीड़-भाड़ के कारण स्थिति बहुत बुरी है। 90% कैदी जिनको पिछली बार रिहा किया गया था, वह वापस आ गए हैं, ज़्यादातर जेल कैदियों से भरे पड़ी हैं। वरिष्ठ वकील कॉलिन गोन्साल्व ने सुझाव देते हुए कहा कि जिन कैदियों को जमानत पर रिहा किया गया था और वह वापस जेल आए, उनको वापस नियमित जमानत पर रिहा किया जाना चाहिए।
आपको बता दें कि देश की सबसे बड़ी जेल तिहाड़ जेल कोरोना के केस बढ़ने की वजह से करीब 4 हजार कैदियों को 90 दिन की अंतरिम जमानत पर छोड़ने का निर्णय लिया। तिहाड़ जेल में 10 हजार 26 कैदियों की क्षमता है, लेकिन फिलहाल क्षमता से बहुत ज्यादा 19 हजार 679 कैदी यहां बंद हैं। जेल में कोरोना चलते 300 से ज्यादा कैदी और 100 से ज्यादा कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। इतना ही नहीं, बीते हफ्ते में 5 कैदियों की कोविड से मौत हो चुकी है।