बेटे की दरिंदगी; माता-पिता और भाई को मौत के घाट उतारा, पड़ौसियों से ये बहाना बनाया

बेटे की दरिंदगी; माता-पिता और भाई को मौत के घाट उतारा, पड़ौसियों से ये बहाना बनाया

जायदाद की लालच में बड़े बेटे ने माँ-बाप और छोटे भाई को बेहोश कर रेत दिया उनका गला

बड़े-बुजुर्ग कहा करते है लालच बुरी बला! इसका अर्थ है कि किसी भी तरह के लालच का परिणाम गलत ही होता है। खासकर पैसों की लालच। पैसों की लालच में इंसान गलत काम करने से भी नहीं हिचकिचाता। कभी कभी इंसान अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए अपनों को भी भारी नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसा ही कुछ देखने को मिला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जहाँ एक बेटे ने ही पैसों की लालच में अपने माँ-बाप और भाई की हत्या कर दी। दरअसल इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड के रिटायर डिप्टी मैनेजर महमूद अली खां के बड़े बेटे सरफराज ने फिल्मी अंदाज में हत्या की साजिश रचते हुए अपने माता-पिता और छोटे भाई की हत्या कर दी। सरफराज ने खाने में नींद की 90 गोलियां मिलाकर खिलाकर अपने पिता महमूद अली खां (उम्र 65 साल), माँ दरख्शा (62 साल) और छोटे भाई शावेज (उम्र 26 साल) की गला काटकर हत्या कर दी। सरफराज ने अपने साथ गुलालाघाट के कर्मचारी अनिल यादव को भी शामिल कर लिया था।
(Photo Credit : livehindustan.com)
लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार अपराध को अंजाम देने के बाद सरफराज ने बहन अनम और पड़ोसियों को सबके जम्मू घूमने जाने और रामबन इलाके में हुये भूस्लखन में लापता हो जाने की झूठी कहानी सुनाई। मामले की जानकारी मिलते ही कार्यवाही में जुटी इटौंजा पुलिस ने मामले को सुलझाते हुए आरोपी सरफराज और अनिल को गिरफ्तार कर किया। पुलिस ने जाँच के दौरान सरफराज के विकास नगर सेक्टर दो स्थित घर के छत से खून से सने गद्दे और बांका बरामद किया इसके बाद पूछताछ में सरफराज ने कुबूला कि पहले उसने मां, पिता और भाई के दाल में नींद की 90 गोलियां मिला दी। इसके बाद तीनों के बेहोश हो जाने पर सरफराज ने पहले बांके से उनका गला काटने की कोशिश की पर वह ऐसा नहीं कर पाया तो उसने अनिल को देर रात घर बुलाया था। पहली बार में गला नहीं कटने पर अनिल ने एक के बाद एक कई वार किए थे। फिर तीनों के शव अलग-अलग समय में इटौंजा, मलिहाबाद व माल क्षेत्र में फेंक दिये थे।
आपको बता दें कि हत्या के पीछे की मुख्य वजह जायदाद है। पांच साल पहले सरफराज ने घर वालों की मर्जी के बिना प्रेम विवाह कर लिया था, इस वजह से उसके घर वाले उससे नाराज रहने लगे थे। उसे सम्पत्ति से बेदखल करना चाहते थे। बड़े बेटे से नाराज पिता सारी संपति छोटे भाई शावेज को देना चाहते थे। इस बात से नाराज और पैसों की लालच में सरफराज ने ये घिनौना कदम उठाया। इस घटना में अनिल ने भी पैसों की लालच में सरफराज की मदद की।