फर्जी अकाउंट बनाकर किसी और ने किया आपत्तिजनक पोस्ट, 19 महीने तक सऊदी अरब की जेल में बंद रहा ये व्यक्ति, अब जाकर हुआ रिहा

फर्जी अकाउंट बनाकर किसी और ने किया आपत्तिजनक पोस्ट, 19 महीने तक सऊदी अरब की जेल में बंद रहा ये व्यक्ति, अब जाकर हुआ रिहा

सीएए के समर्थन में कभी किया था पोस्ट, इस पोस्ट से नाराज दो मुस्लिम भाइयों ने किया आपत्तिजनक पोस्ट

कभी कभी सोशल मीडिया कितनी नुकसानदायक साबित हो सकती है इसका उदाहरण देखने को मिला सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और मक्का की पवित्र भूमि के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के झूठे आरोपों के कारण 19 महीने सऊदी अरब की जेल में काटने के बाद कर्नाटक के उडुपी जिले के हरीश बंगेरा के रूप में। हरीश बंगेरा 19 महीनों से सऊदी अरब की जेल में उस गलती की सजा काट रहे थे जो उन्होंने की भी नहीं थी। फिलहाल उडुपी पुलिस और केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे समेत विभिन्न लोगों के प्रयासों की बदौलत हरीश बंगेरा आखिरकार घर लौट आए। उन्हें 17 अगस्त को सऊदी की जेल से रिहा किया गया और वह बुधवार को अपने घर लौटे। दरअसल कुछ असामजिक तत्वों बंगेरा के नाम से फर्जी खाता बनाकर कुछ आपत्तिजनक पोस्ट डाल दिया। इसके बाद उडुपी जिले में कोटेश्वर के रहने वाले बंगेरा को फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने के मामले में दिसंबर 2019 में गिरफ्तार किया गया था। 
आपको बता दें कि सऊदी अरब में एयर-कंडीशनर टेक्नीशियन के रूप में काम करने वाले बंगेरा ने भारत सरकार के सीएए यानी संशोधित नागरिकता कानून के समर्थन में एक पोस्ट साझा की थी। उनके इस पोस्ट से उनका नियोक्ता नाराज हो गया था। इस पोस्ट के लिए उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी। इसके बाद बंगेरा ने अपना अकाउंट ही बंद कर दिया था लेकिन उनके सीएए के समर्थन में डाली गई पोस्ट से नाराज दक्षिण कन्नड़ जिले के दो मुसलमान भाइयों ने उनके नाम से फर्जी फेसबुक खाता बनाकर आपत्तिजनक पोस्ट डाल दी। सऊदी पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए बंगेरा को गिरफ्तार कर लिया। पति की गिरफ्तारी के बाद पत्नी सुमन ने स्थानीय पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि जिस अकाउंट से पोस्ट हुआ है वो बंगेरा का नहीं है। फर्जी खाता बनाने के दोनों आरोपियों को पिछले साल अक्टूबर में गिरफ्तार कर लिया गया। उडुपी पुलिस ने इस मामले की जानकारी सऊदी अरब की सरकार के साथ साझा की, जिसके बाद बंगेरा की रिहाई का रास्ता साफ हुआ।
आपको बता दें कि बंगेरा की रिहाई के लिए सामाजिक कार्यकर्ता रवींद्रनाथ शानबाग, पूर्व मंत्री के जयप्रकाश हेगड़े, विधायक एच श्रीनिवास शेट्टी और पुलिस अधिकारियों सहित कई लोगों ने प्रयास किए। उडुपी पुलिस के प्रयासों और बाद में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे तथा कई अन्य नेताओं के हस्तक्षेप के परिणामस्वरूप बंगेरा को 17 अगस्त को सऊदी की जेल से रिहा कर दिया गया। बंगेरा बुधवार सुबह स्वदेश लौट आये। उनके मित्र बेंगलुरु हवाईअड्डे पर उन्हें स्वागत के लिए मौजूद थे।