कोई बेटी के भविष्य के लिए तो कोई आपसी मनमुटाव को दूर कर फिर हुआ साथ, सूरत फैमिली कोर्ट ने कई परिवार टूटने से बचाएं

कोई बेटी के भविष्य के लिए तो कोई आपसी मनमुटाव को दूर कर फिर हुआ साथ, सूरत फैमिली कोर्ट ने कई परिवार टूटने से बचाएं

एक के बाद एक कुल चार मामलों में हुई आपसी सुलह

सूरत फैमिली कोर्ट में आये दिन परिवार के अलग होने और टूटने की घटना सामने आती है। आपसी विवाद या किसी अन्य कारण से जहाँ फॅमिली कोर्ट परिवार के अलगाव का साक्षी बनता है उसी कोर्ट में शनिवार को कुछ अलग नजारा देखने को मिला।  लोक अदालत में वकीलों के प्रयास और दोनों पक्षों के आपसी समझौते से वैवाहिक विवादों संबंधित कई मामलों का हल शांति और सुखद रूप से निकल आया। कोई बच्चों के भविष्य के लिए तो कोई आपसी कड़वाहट भूल कर एक साथ रहने को तैयार हो गये जिससे एक एक बाद एक ऐसे चार परिवार टूटने से बच गये।
पहले मामले में सिंगणपोर निवासी राजेश सोसा की शादी वर्ष 2006 में वरियावी बाजार निवासी कोमल सोसा के साथ हुई थी। इस शादी से उन्हें एक बेटी है। शादी के कुछ सालों बाद दोनों के बीच विवाद शुरू हो गए और 2017 में कोमल अपने मैयके चली गई। इसके बाद दोनों ने एक दूसरे से अलग होने के लिए फैमिली कोर्ट में याचिकाएं दायर की थी, लेकिन लोक अदालत में दोनों पक्षों के बीच आपसी सुलह के बाद दोनों सबकुछ भूलकर एक साथ रहने को तैयार हो गए।
दुसरे मामले में कतारगाम में रहने वाली संजना आंबलिया की शादी 1994 में अमरेली के लिलिया निवासी हितेश के साथ हुई थी। उन्हें तीन बेटियां और एक बेटा है। शादी के इतने सालों बाद पति-पत्नी में विवाद शुरू होने पर पत्नी ने पति के खिलाफ कोर्ट में घरेलू हिंसा तथा भरण-पोषण याचिका दायर की थी। कोर्ट ने याचिकाएं मंजूर करते हुए पति को भरण पोषण चुकाने का आदेश दिया था। आदेश के बाद भी वह भरण पोषण नहीं चुका रहा था तो पत्नी ने रिकवरी याचिका दायर की थी। मामला शनिवार को लोक अदालत में रखा गया तो पति-पत्नी सबकुछ भूलकर एक साथ रहने के लिए राजी हो गए और विवादों का सुखत अंत आया।
तीसरे मामले में सोशल मीडिया पर अडाजन के रहने वाली इशिका चौक्सी और जहांगीरपुरा के राजेश चौक्सी की मुलाकात हुई और फिर प्रेम होने के बाद उन्होंने शादी कर ली। हालांकि बाद में उनके बीच मन मुटाव रहने लगा और वर्ष 2021 से दोनों अलग रहने लगे थे। इस दौरान पत्नी ने कोर्ट में भरण-पोषण याचिका दायर की थी। मामला लोक अदालत में रखा गया और दोनों ही कड़वाहट भूल कर एक साथ रहने के लिए तैयार हो गए।
अन्य एक मामले में उधना की शीला की शादी वर्ष 2013 में महाराष्ट्र के सुरेश के साथ हुई थी। वर्ष 2018 में उनके यहां बेटी का जन्म हुआ। बेटी के जन्म के कुछ समय बाद आपसी विवादों के कारण पत्नी ससुराल छोड़कर चली गई। कोर्ट में घरेलू हिंसा की शिकायत आने पर मामला लोक अलदालत में बच्ची के भविष्य को ध्यान में रखते हुए दोनों ने बड़ा फैसला किया जिसमें पत्नी ने अपनी याचिका वापस लेते हुए पति के साथ फिर से रहने का निर्णय किया।
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