डॉक्टर बहनों को सलाम; घर-घर जाकर कोविड मरीजों को दे रही निःशुल्क चिकित्सा

डॉक्टर बहनों को सलाम; घर-घर जाकर कोविड मरीजों को दे रही निःशुल्क चिकित्सा

कोरोना महामारी के समय में लोगों की मदद करने के लिए आगे आई दोनों बहने

राज्य भर में कोरोना के केस काफी तेजी से बढ़ रहे है। शहर के अलावा अब गाँव में भी कोरोना के केस तेजी से बढ्ने लगा है। बढ़ते संक्रमण के कारण तंत्र और सरकारी दवाखाने भी लोगों तक नहीं पहुँच पा रहे है। ऐसे में महिसागर  के विरपुरनगर की दो बेटियों ने जो भगीरथ सेवा शुरू की है, वह काफी सराहनीय है। महिसागर जिले के विरपुर जिले की यह दो बेटियाँ जो की पेशे से डॉक्टर है वह घर घर जाकर लोगों का कोरोना से इलाज कर रहे है। 
विरपुर की रहने वाले शुक्ल परिवार की इन दोनों बेटियों ने एमबीबीएस की डिग्री हासिल की है। इन्होंने कोरोना महामारी में विरपुर नगर और आसपास के गांवो में हर घर जाकर मुफ्त में होम कोविड केयर शूर किया है। डॉ हेत्वी शुक्ल और डॉ कोमल शुक्ल ने महामारी के इस कठिन समय में घर-घर जाकर लोगों की सेवा शुरू कर अपनी मातृभूमि का ऋण चुकाने का निर्णय किया है। 
(Photo Credit : gujarati.news18.com)
दोनों कहते है की समाज में डॉक्टर के पेशे को एक आदर्श पेशा कहा जाता है। मानवजीवन को बचाने की ज़िम्मेदारी एक डॉक्टर की होती है। एक छोटे गाँव के होने के नाते उन्हें पता है की लोगों को किस तरह से इलाज के लिए यहाँ-वहाँ भटकना पड़ता है। उन्होंने देखा की कई बार लोगों को इलाज के लिए 100 से 150 किलोमीटर दूर अहमदाबाद और वडोदरा जैसे शहरों में जाना पड़ता है। इसलिए वह अपनी तरफ से जो हो सके उतना करना चाहते है।