राजकोटः जिले के 61 गांवों में 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना टीका लगाया गया

राजकोटः जिले के 61 गांवों में 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना टीका लगाया गया

अब तक 1,91,088 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया

राजकोट जिले के 61 गांवों में कोरोना विरोधी टीका का प्रमाण 100 दर्ज किया गया है। कोरोना टीकाकरण कोरोना संक्रमण को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है। स्वास्थ्य प्रशासन ने 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों का टीकाकरण शुरू कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में 54 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, नगरपालिका क्षेत्र के 7, अर्बन हेल्थ सेन्टर एवं 12 सामूकि केन्द्रों तथा 5 उप-जिला अस्पतालों में जनता को टीके मुफ्त दिए जा रहे हैं। इसके अलावा प्रत्येक उप स्वास्थ्य केंद्र में भी कोरोना वैक्सीन  दी जा रही है।
राजकोट जिले के 61 गांवों में अब तक 100 प्रतिशत लोगों को कोरोना के खिलाफ टीका लगाया गया है। इनमें लोधिका तालुका के 22 गाँव, पडधरी तालुका के 16 गाँव, कोटडासंगाणी एवं   जामकंडोरण तालुका तालुका के 6 गांव, राजकोट तालुका के 4 गाँव, गोंडल तालुका के 3 गाँव, उपलेटा तालुका के 2 गाँव और  धोराजी व जेतपुर तालुका के 1-1 गाँवों का समावेश हैं।
इस प्रकार सभी गाँवों के लोग जिनका टीकाकरण 100 प्रतिशत है, उन्होंने अन्य गाँवों के लोगों के लिए एक प्रेरक उदाहरण प्रदान किया है। इसके लिए, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य प्रशासन ने इन सभी गांवों के लोगों, अग्रणियों , सामाजिक अग्रणियों  और सरकारी कर्मचारियों को बधाई दी।
जिले में, 45 से 60 वर्ष के बीच के 93016 लोगों ने पहली खुराक ली है, जबकि 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के 98072 लोगों ने पहली खुराक ली है। इसके साथ ही कुल 1,91,088 लोगों को कोरोना के खिलाफ टीका लगाया गया है। ऐसे जागरूक नागरिकों ने न केवल खुद को, बल्कि अपने परिवारों को भी संक्रमण से बचाया है।
हाल में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इसलिए कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए टीकाकरण सबसे अच्छा तरीका है। इस टीके के बारे में गलत धारणाओं या अफवाहों से भ्रमित न हो, इस टीके के दुष्प्रभाव नगण्य हैं। इसलिए, संपूर्ण जिला प्रशासन और स्वास्थ्य प्रशासन सभी लोगों से  टीकाकरण का लाभ उठाने की अपील करती है।