एक बार फिर सोशल मीडिया बना मददगार, बिहार की सीमा को मिला उसका ‘दूसरा पैर’

एक बार फिर सोशल मीडिया बना मददगार, बिहार की सीमा को मिला उसका ‘दूसरा पैर’

सोशल मीडिया परएक पैर पर एक किलोमीटर कूदकर स्कूल जाने वाली बच्ची का वीडियो सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने सीमा को एक कृत्रिम पैर लगा दिया

कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें बिहार के जमुई की 10 साल की मासूम बच्ची सीमा एक पैर पर एक किलोमीटर कूदती हुई स्कूल जाती दिखाई दे रही थी। वीडियो वायरल होने के बाद अब सीमा की मुश्किलें कुछ हद तक कम होती नजर आ रही है। जिला प्रशासन की मदद से शिक्षा विभाग ने सीमा को कृत्रिम पैर लगा दिया। इस बारे में अधिकारी ने बताया कि अब बच्ची के अंदर यह भाव नहीं रहेगा की उसके पास दूसरा पैर नहीं है। अन्य बच्चियों की तरह यह भी स्कूल चलकर जाएगी और अपने पैरों पर वापस आएगी।
बता दें कि खैरा प्रखंड के नक्सल प्रभावित इलाके के फतेपुर गांव में रहने वाली सीमा का दो साल पहले एक सड़क हादसे में एक पैर गंवाना पड़ा था। इसके बावजूद सीमा का हौसला कम नहीं हुआ और उसने एक पैर से ही जिंदगी का सफर तय करने का संकल्प लिया है। इस संघर्ष में उसके गरीब माता-पिता साथ निभा रहे हैं। जब सोशल मीडिया पर सीमा का वीडियो वायरल हुआ तो उसके स्कूल जाने के जज्बे को देखकर हर कोई हैरान रह गया। सीमा अपना सारा काम इसी तरह एक पैर से ही बिना किसी के सहारे करती थी। सीमा के पिता दूसरे राज्य में मजदूरी करते हैं और मां गांव में मजदूरी कर घर चलाती है। 
सीमा की मां का कहना है कि उनकी बेटी पढ़-लिखकर टीचर बनना चाहती है और गांव के बच्चों को पढ़ाना चाहती है। सीमा को पढ़ाने वाले टीचर गौतम गुप्ता ने बताया कि जब उन्होंने सीमा को क्लास में पहली बार देखा तो उसके पास पढ़ने के लिए कॉपी किताब कुछ नहीं था। उन्होंने उसे डांटकर कहा कि जाओ पढ़ने के लिए किताब और कॉपी लेकर आए। तुरंत ही सीमा उठकर चली गई। उन्होंने देखा कि वो कुछ अजीब तरीके से चल रही है। टीचर ने जब क्लास में बच्चों से पूछा सीमा को क्या हुआ है। वो ऐसे क्यों चल रही है, इस पर बच्चों ने बताया कि उसका पैर कट गया है। उन्हें लगा कि चोट की वजह से कट गया होगा। लेकिन बच्चों ने बताया, सीमा का पैर कट कर अलग हो गया है इसलिए वो ऐसे चलती है। यह सुनकर उनकी आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने तुरंत ही सीमा को बुलवाया और गले से लगा लिया।
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