कोरोनाग्रस्त आसाराम की सेवा करने के लिए नारायण साईं ने मागी जमानत, 26 मई को होगी सुनवाई

कोरोनाग्रस्त आसाराम की सेवा करने के लिए नारायण साईं ने मागी जमानत, 26 मई को होगी सुनवाई

एलोपेथी इलाज से हो सकती है आसाराम की मौत- नारायण साईं

सूरत की एक युवती के साथ दुष्कर्म के केस में जेल में सजा काट रहे नारायण साईं ने हाईकोर्ट में जमानत की अर्जी की है। जिसकी सुनवाई 26 मई को होने वाली है। जमानत अर्जी का कारण बताने हुये नारायण साईं ने बताया कि उसके वृद्ध पिता आसाराम कोरोना संक्रमित हुये है। इसलिए उसे पिता कि देखभाल करने के लिए जमानत दी जाते। 
नारायण साईं ने कहा कि वह पिछले साढ़े सात साल से अपने पिता से नहीं मिले है। उनके पिता को एलोपेथी द्वारा किया गया इलाज अनुकूल नहीं रहता है। उनके शरीर में हीमोग्लोबिन का प्रमाण भी काफी कम है। नारायण साईं ने कहा कि उनके पिता सालों से हर बीमारी का इलाज आयुर्वेदिक पद्धति से ही करते है। यदि इसी तरह एलोपेथी पद्धति से उनका इलाज होता रहा तो उनकी मृत्यु भी हो सकती है। उनका इलाज सलामत हाथों में नहीं है, वह उनकी इच्छा के विरुद्ध एलोपेथी पद्धति से उनका इलाज कर रहे है। इसलिए कोर्ट उनको जमानत दे, जिससे कि वह दिल्ली एनसीआर या केरल के आयुर्वेदिक केन्द्रो में जाकर जल्द से जल्द स्वस्थ हो सके। 
बता दे कि सूरत की एक युवती के साथ किए गए दुष्कर्म के केस में सजा काट रहे आसाराम ने पहले ही निजी अस्पताल में कोरोना का इलाज करवाने के लिए जमानत मांगी थी। जिसके चलते उन्होंने 30 दिन के जमानत की मांग की थी। इसके अलावा राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर बेंच में भी उन्होंने आयुर्वेदिक इलाज के लिए हरीद्वार जाने की इजाजत मांगी है। बता दे की दुष्कर्म केस में जोधपुर की कोर्ट ने 25 अप्रैल 2018 को आसाराम आजीवन कैद की सजा दी है।