गुजरातः कोरोना से बचने के लिए सावधानियां अभी भी जरुरीः राज्यपाल आचार्य देवव्रत

गुजरातः कोरोना से बचने के लिए सावधानियां अभी भी जरुरीः राज्यपाल आचार्य देवव्रत

राज्यपाल ने कोरोना चुनौती से निपटने में सामाजिक संगठनों, औद्योगिक इकाइयों, धार्मिक संगठनों और कोरोना सेनानियों के योगदान की दिल से सराहना की

कोरोना के खिलाफ लड़ाई में  किरी उद्योग समूह द्वारा वडोदरा में सयाजी अस्पताल और वाराणसी के अस्पताल के लिए ऑक्सीजन प्लांट प्रदान किए गए हैं
 कोरोना की लहर धीमी तो हुई है लेकिन शांत नहीं हुई है। लोगों को मास्क पहनने एवं सोश्यल डिस्टेंस बनाये रखने सहित की सतर्ककता (सावधानियां) पूर्ववत बरतने की अपील करते हुए राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि राज्य सरकार पहले फेज में समुचित उपचार के लिए 40 हजार बेड की व्यवस्था की थी। हाल में कोरोना की दूसरी लहर में  एक लाख बेड सहित ऑक्सीजन प्लांट, अस्पताल और मानव संसाधन की व्यवस्था की गई है। एहतियात के तौर पर बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए जरूरी प्रशिक्षण दिया गया है।
उन्होंने कहा कि कोरोना एक घातक बीमारी के रुप में शुरु हुआ तभी लोगों ने यशस्वी  प्रधानमंत्री के दिशानिर्देशों का पालन किया था। चिकित्सक, नर्सों, कोरोना टेस्ट करने वालों  एवं वाहन चालकों ने जिस तरह इस कठिन परिस्थ‌िति  में मानव धर्म का पालन किया वह अद्वितीय है। 
उन्होंने कहा कि  संतों, समाजसेवियों, धार्मिक और सामाजिक व सेवा संगठनों और नागरिक संगठनों के साथ उद्योग घरानों ने भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अहम योगदान दिया है। ऐसे भामा शाह धन्यवाद के पात्र हैं। 
राज्यपाल आचार्य देवव्रतजी ने वडोदरा जिले के पादरा तालुका में दभासा गांव के पास क्रॉस रोड अस्पताल के परिसर में 70 लाख रुपये की लागत से संयंत्र का लोकार्पण किया। कोरोना काल में ऑक्सीजन की अविरत आपूर्ति प्रदान करने वाले संयत्र किरी इंडस्ट्रीज लिमिटेड के सौजन्य से स्थापित किया गया है। इस उद्योग समूह द्वारा कोविड के खिलाफ लड़ाई में योगदान देने पादरा के अलावा, वडोदरा की सयाजी अस्पताल तथा प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दीनदयाल अस्पताल में ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने जैसे काम करता है। इसके लिए कंपनी सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी फंड से करीब पौने तीन करोड़ रुपये खर्च करेगी।
इस अवसर पर राज्यपाल ने अस्पताल परिसर में एक पौधा लगाया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए यह संयंत्र स्थापित किया गया है।  किरी इंडस्ट्रीज ग्रुप ने ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना कर लोगों की पीड़ा हरने की प्रवृत्ति की है। जबकि क्रास रोड अस्पताल ने ग्रामीण क्षेत्रों में अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का सराहनीय कार्य किया है।
उन्होंने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में गुजरात राजभवन की भूमिका के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि राजभवन ने युवाओं और निरंतर संगठन को एक साथ रखकर जन सहयोग से एक लाख बुनियादी कोरोना योद्धाओं की पहचान की है और उन्हें जीवन की आवश्यकताओं की  किट दी है। सरकारी अस्पतालों में 150 ऑक्सीजन कंसंटेटर, पांच ऑक्सीजन प्लांट जैसी व्यवस्था की गई है।
उन्होंने यह भी कहा कि हमने संतों महंतों की एक बैठक बुलाई थी। इस धर्म अनुयायियों  ने भी भोजन भंडारा, कोविड केयर सेन्टर, दवा वितरण जैसी व्यवस्थाओं द्वारा व्यापक योगदान दिया है। एनसीसी और रेड क्रॉस जैसी संस्थाएं कोरोना के खिलाफ राहत गतिविधियों में शामिल होने पर आनंद व्यक्त किया है। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा एवं कर्मयोगियों की सेवाओं की उन्होंने प्रशंसा की है। 
इस अवसर पर रेड क्रास अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. अमरनाथ गुप्ता ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत, शिक्षाशास्त्री सहित उनके बहुमुखी व्यक्तित्व का परिचय दिया। अस्पताल की एमडी नयना पटेल ने उनका स्वागत किया। चैरिटेबल किरी उद्योग समूह के एमडी मनीष किरी ने राज्यपाल के जन सेवा की पहल के लिए विशेष रूप से सराहा। कार्यक्रम स्थल पर जिलाधिकारी आरबी बारड एवं कार्यवाहक जिला विकास अधिकारी चौधरी ने राज्यपाल का स्वागत किया।
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