गुजरातः प्रत्येक नागरिक ‘कोरोना सेवा यज्ञ’ से जुड़कर अपना सहयोग प्रदान करेः राज्यपाल

गुजरातः प्रत्येक नागरिक ‘कोरोना सेवा यज्ञ’ से जुड़कर अपना सहयोग प्रदान करेः राज्यपाल

निराशा नहीं, भय नहीं बल्कि सतर्क बनकर जनशक्ति के सामर्थ्य से कोरोना संक्रमण के विरुद्ध गुजरात सरकार ने किया विजय का संकल्पः मुख्यमंत्री

 राज्यपाल आचार्य देवव्रत की उपस्थिति में बुधवार को राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने ‘कोरोना सेवा यज्ञ’ अभियान के अंतर्गत फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स के लिए 10 हजार किट की दूसरे चरण की सहायता को राजभवन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने समाज श्रेष्ठियों के सहयोग को कोरोना संक्रमण के खिलाफ सरकार की जंग में अहम करार देते हुए कहा कि राज्य सरकार के साथ समाज शक्ति को जोड़कर कोरोना संक्रमण के विरुद्ध गुजरात ने जंग छेड़ी है, ऐसे में प्रत्येक नागरिक ‘कोरोना सेवा यज्ञ’ से जुड़कर अपना सहयोग प्रदान करे। राज्यपाल ने कहा कि हमें कोरोना संक्रमण के खिलाफ दो मोर्चों पर लड़ाई लड़नी है। पहला, लापरवाही छोड़कर कोरोना उपयुक्त व्यवहार को अपनाते हुए नियमों का सख्ती से पालन करना है और दूसरा टीकाकरण से लेकर जरूरतमंद लोगों की सेवा-शुश्रूषा के सामूहिक प्रयास करने हमें करने होंगे। उन्होंने कहा कि संक्रमण के इस कठिन दौर में जो अन्य लोगों की पीड़ा को अपनी पीड़ा समझे वही सच्चा मनुष्य है। संपत्ति का सामाजिक कार्यों के लिए उपयोग करने वाले ही महान कहलाते हैं। राज्यपाल ने युवा अनस्टॉपेबल नामक स्वैच्छिक संस्था के सहयोग से एक लाख फ्रंटलाइन कोरोना योद्धाओं तक राशन समेत जीवन आवश्यक वस्तुओं की किट पहुंचाने के लिए राजभवन की ओर से शुरू किए गए ‘कोरोना सेवा यज्ञ’ अभियान पर रोशनी डाली। उन्होंने युवा अनस्टॉपेबल संस्था के संस्थापक अमिताभ शाह तथा सहयोगी दानदाताओं का सम्मान कर उनके सामाजिक कार्यों की सराहना की। राज्यपाल ने 10 हजार किट लेकर रवाना हो रहे वाहन चालकों को भी शुभकामनाएं दी। दूसरे चरण में सूरत, वडोदरा, अहमदाबाद, गांधीनगर के अलावा हिम्मतनगर, खेड़ब्रह्मा और वडनगर क्षेत्र के कोरोना योद्धाओं के लिए जरूरी वस्तुओं की किट भेजी गई। 
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कोरोना संक्रमण के खिलाफ गुजरात की बहुकोणीय जंग की जानकारी देते हुए कहा कि निराशा नहीं, भय नहीं बल्कि सतर्क बनकर जनशक्ति के सामर्थ्य से कोरोना संक्रमण के विरुद्ध गुजरात सरकार ने विजय का संकल्प किया है। ‘हारेगा कोरोना, जीतेगा गुजरात’ के विजयनाद के साथ हॉस्पिटलों में बेड, दवाई, इंजेक्शन, ऑक्सीजन या मानवबल से लेकर किसी भी तरह के संसाधनों की कमी नहीं परन्तु संसाधनों के प्रभावी उपयोग तथा ‘व्यथा नहीं, व्यवस्था’ के मंत्र के साथ राज्य सरकार ने कोरोना के खिलाफ युद्ध छेड़ा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सामाजिक संवेदना के साथ संक्रमण की रोकथाम और कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सरकार ने कई नियंत्रित कदम उठाए हैं। जनशक्ति के सहयोग से इस महामारी का सामना करने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए विजय रूपाणी ने राज्यपाल द्वारा चलाए जा रहे ‘कोरोना सेवा यज्ञ’ के कार्य को संवेदनशीलता का पर्याय करार दिया। मुख्यमंत्री ने इस कोरोना सेवा यज्ञ में सहयोग के लिए सभी दानदाताओं और युवा अनस्टॉपेबल संस्था तथा उसके संस्थापक अमिताभ शाह का आभार जताया। कोविड उपयुक्त व्यवहार की सख्ती से पालना के साथ आयोजित इस कार्यक्रम में सभी लोग कोरोना टेस्ट कराने के बाद ही शामिल हुए थे। राज्यपाल ने 10 हजार किट लेकर रवाना हो रहे वाहन चालकों को भी शुभकामनाएं दी। दूसरे चरण में सूरत, वडोदरा, अहमदाबाद, गांधीनगर के अलावा हिम्मतनगर, खेड़ब्रह्मा और वडनगर क्षेत्र के कोरोना योद्धाओं के लिए जरूरी वस्तुओं की किट भेजी गई। 
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