कोरोना : इटली से आई फ्लाइट में सभी यात्री पाए गये संक्रमित, लगातार दूसरी फ्लाइट में सौ से ज्यादा यात्री संक्रमित

कोरोना : इटली से आई फ्लाइट में सभी यात्री पाए गये संक्रमित, लगातार दूसरी फ्लाइट में सौ से ज्यादा यात्री संक्रमित

स्वास्थ्य विभाग का कहना इलाज ना कराना पड़े इसलिए फर्जी रिपोर्ट के सहारे अपने नागरिकों को बाहर भेज रहा है इटली

देश में कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। हर रोज संक्रमित मामलों की संख्या में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। सरकार इसे रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है और इसी बीच एक परेशान  कर देने वाला मामला सामने आया है। पंजाब के अमृतसर हवाई अड्डे पर इटली से आई एक फ्लाइट में आये सभी 150 यात्री कोरोना संक्रमित पाए गये। सभी संक्रमित यात्रियों को अमृतसर में क्वारंटाइन किया गया है। इसके पहले आई फ्लाइट में कुल 125 यात्री कोरोना पॉजिटिव पाए गये थे। जानकारी के अनुसार नॉइज़ एयरलाइंस की फ्लाइट कुल 290 यात्रियों को लेकर इटली के मिलान से अमृतसर पहुंची।
आपको बता दें कि जिन पर्यटकों की कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी उन्होंने एयरपोर्ट पर जमकर हंगामा किया। उन्होंने तर्क दिया कि उनका इटली में परीक्षण किया तब उनकी रिपोर्ट नकारात्मक थी और अब पॉजिटिव निकल आई है। ऐसे में पर्यटकों और स्वास्थ्य विभाग के बीच हंगामा जारी है। बता दें कि इससे पहले भी आई फ्लाइट में यही नजारा देखने को मिला था। पिछली फ्लाइट में कोरोना पॉजिटिव पाए गए यात्रियों ने भी ऐसा ही कदम उठाया था। उन्होंने यह भी कहा कि अगर इटली में उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई तो वह भारत में पॉजिटिव कैसे हो गई। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इटली ठीक से टेस्ट नहीं कर रहा है और फर्जी कोरोना रिपोर्ट के सहारे यात्रियों को अपने देश से बाहर भेज रहा है। इटली में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है। इसी का नतीजा है कि इटली छोड़कर जा रहे लोगों को कोरोना नेगेटिव बताकर देश के बाहर जा रहा है।
साथ ही यह तथ्य सामने आया है कि इटली की ओर से कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भारत भेजा जा रहा है ताकि उन्हें कोरोना संक्रमित लोगों का इलाज न करना पड़े। गुरुवार को रोम से एयर इंडिया की विशेष फ्लाइट से 180 लोग अमृतसर पहुंचे। 125 संक्रमित यात्रियों को आइसोलेट करा दिया गया था।  जब पुलिस और स्वास्थ्य दल उन्हें आइसोलेट करने के लिए ले जा रहे थे तो उनके परिजन आपस में भिड़ गए। इनमें से कुछ मरीज अस्पताल से फरार हो गए थे। इसके चलते पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। पुलिस ने उन लोगों को गिरफ्तार कर लिया और उसे वापस अस्पताल ले गए।