बिहार : सामने आया एक अजीबोगरीब मामला, महज तीन महीने में दुबारा माँ बनी ये महिला, जानिए क्या है सच्चाई

जननी बाल संरक्षण योजना का फायदा उठाने के लिए आशा कार्यकर्ता के साथ मिलकर किया घोटाला

किसी भी माँ को अपने बच्चे को इस दुनिया में लाने के लिए नौ महीने का समय लगता है। कभी कभी एक साथ दो या तीन बच्चे एक साथ जन्म ले लेते है पर ऐसा कभी नहीं हुआ है कि कोई बच्चा महज तीन महीने में पैदा हो जाये। पर इस देश में कुछ भी संभव है। बिहार के समस्तीपुर से ऐसा ही एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने आशा कार्यकर्ता की मिलीभगत से महज 3 महीने में 12 दिन के अंतराल में दो बार बच्चे को जन्म दिया है। जबकि स्वास्थ्य विभाग को धोखाधड़ी की भनक तक नहीं लगी। वहीं महिला ने दोनों बार एक बेटे को जन्म दिया।
मिली जानकारी के अनुसार मामला समस्तीपुर के उजियारपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या  पीएचसी का है। जहां हरपुर रेबाड़ी गांव की एक महिला को दो बार उजियारपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसने दोनों बार एक बेटे को जन्म दिया। महिला ने जननी बाल संरक्षण योजना का फायदा उठाने के लिए इस घोटाले का इस्तेमाल किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 28 वर्षीय महिला ने गांव निवासी आशा रीता देवी की मदद से इस वारदात को अंजाम दिया। अस्पताल के रिकॉर्ड के मुताबिक 24 जुलाई को उसे पहली बार उजियारपुर पीएचसी में भर्ती कराया गया था। उसी दिन महिला ने एक लड़के को जन्म भी दिया। इसके बाद महिला को तीन नवंबर को दोबारा उजियारपुर पीएचसी में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया और चार नवंबर को उसने एक और लड़के को जन्म दिया। इसके बाद महिला को छुट्टी दे दी गई।
बता दें कि जननी बाल सुरक्षा योजना के लिए उजियारपुर पीएचसी में नवंबर माह में रिकार्ड डिलीवरी तैयार की जा रही थी। इसी बीच मामला प्रकाश में आया। रिकॉर्ड बताते हैं कि महिला की डिलीवरी भी 24 जुलाई को हुई थी। इसके लिए उन्हें जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत प्रोत्साहन राशि भी मिली। मामला सामने आने पर अस्पताल प्रशासन ने इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी।