बनासकांठा : लालच बुरी बला! दानी डेटा नाम के ऐप में पैसा दुगना करने के चक्कर में लोगों के पैसे डूबे

बनासकांठा : लालच बुरी बला! दानी डेटा नाम के ऐप में पैसा दुगना करने के चक्कर में लोगों के पैसे डूबे

दानी डेटा नाम के ऐप में फुटबॉल मैच पर तुक्का लगाकर पैसे दुगना करने की लालच में मात्र बनासकांठा में हुआ सौ करोड़ का गबन

आज के समय इन्टरनेट और फोन पर बहुत सारे ऑनलाइन बेटिंग गेम या फैंटसी एप्लीकेशन मौजूद है जिसमें लोग मैच के पहले अपनी टीम बनाकर पैसे बना सकते है। आईपीएल के समय ऐसे बहुत से खेल या एप्लीकेशन युवाओं में लोकप्रिय हुए। यहाँ तक बहुत से युवा इसके लत के शिकार हो चुके हैं। अब ऐसे बेटिंग गेम या फैंटसी एप्लीकेशन पर पैसा लगाने वालों के लिए ऑंखें खोलने का मामला सामने आया है। दरअसल बनासकांठा में दानी डेटा नाम के ऐप में लोगों के करोड़ों रुपये डूब गये। इस ऐप में बनासकांठा जिले के लोगों को 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुक्सान उठाना पड़ा है। 
आपको बता दें कि ऑनलाइन ऐप और गेम में पैसे को दोगुना करने के लालच में अक्सर लोग इस तरह का नुकसान झेलते है। इसी तरह का एक ऑनलाइन ऐप दानीडेटा के अचानक बंद हो जाने पर कई लोगों द्वारा खर्च किए गए करोड़ों रुपये गायब हो गये। धनेरा सहित बनासकांठा जिले के लोगों ने दानी डेटा नामक एक ऑनलाइन ऐप में निवेश किया। 2 जून की रात अचानक यह ऐप बंद हो गया। इस ऐप में अब तक लोगों को 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। दानी डेटा ऐप में फ़ुटबॉल मैचों में रुपये को दोगुना करने की योजना थी और कई युवाओं और शिक्षित लोगों ने पैसे को दोगुना करने की लालच में एक हजार से लेकर करोड़ों रुपये तक का निवेश किया था।
लोग इस ऐप में पैसे जमा करते थे और इस ऐप में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैचों पर दांव लगाया जाता था। लोग ऑनलाइन दानी डेटा एप्लिकेशन डाउनलोड कर मोबाइल नंबर से रजिस्टर करते। बाद वाले को लिंक खोलकर होम स्क्रीन पर ले जाया जाता। मोबाइल नंबर, पासवर्ड, कोड द्वारा रजिस्ट्रेशन किया जाता। इस एप्लिकेशन का उपयोग बैंक के माध्यम से 400, 600 और 3600 के भीतर रिचार्ज करके गेम खेलना होता । कुछ खेलों में पैसा खर्च करने के बाद अगर फोन को ऑन रहे तो शाम तक उसमें और रकम जुड़ जाएगी और एक महीने में खर्च होने वाली रकम दोगुनी हो जाएगी। इस तरह थोड़ा-सा पैसा लगाने के बाद जो लोग ज्यादा लालच में आ गए, उन्होंने धीरे-धीरे करोड़ों रुपये का निवेश किया। इसमें व्यापारी से लेकर डॉक्टर समेत कई अधिकारियों ने पैसा लगाया है। हालांकि इस अर्जी में यह बात सामने आई है कि अचानक बैलेंस 0 होने से लोगों के करोड़ों रुपये ठग लिए गए हैं।