अहमदाबाद : ऑक्सीज़न की हालत वाले गंभीर मरीज को भर्ती करने की जगह टोकन लेने भेजा, परिवार ने मचाया बवाल

अहमदाबाद : ऑक्सीज़न की हालत वाले गंभीर मरीज को भर्ती करने की जगह टोकन लेने भेजा, परिवार ने मचाया बवाल

टोकन सिस्टम के तहत धन्वंतरि कोविड अस्पताल में हो रहा है मरीजों का इलाज, कई लोग लौट रहे है बिना इलाज करवाए

गुजरात में कोरोना वायरस के केसों में लगातार इजाफा देखने मिल रहा है। अस्पताल में मरीजों का अंबार लगा हुआ है और कई मरीजों को इलाज के लिए बेड की कमी पड़ रही है। ऐसे में केंद्र सरकार के सहयोग से गुजरात के जीएमडीसी ग्राउंड पर राज्य सरकार द्वारा धन्वंतरी कोविड हॉस्पिटल का शुभारंभ किया गया था। जिससे की मरीजों की समस्या को कम किया जा सके। हालांकि धन्वंतरी अस्पताल में भी मरीजों को भर्ती करने को लेकर एक विवाद सामने आया है। जहां एक 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला को गंभीर हालत में भर्ती करने की जगह उसे टोकन लेने भेज दिया गया था। जिसके चलते बुजुर्ग महिला के परिवार ने अस्पताल के बाहर तमाशा मचाया था। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला को ऑक्सीज़न की कमी के कारण धन्वंतरी अस्पताल लाया गया। बुजुर्ग महिला की हालत काफी ज्यादा गंभीर थी। पर इसके बावजूद अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा उसे टोकन ले आने के लिए कहा गया। जिसके चलते बौखलाए परिवार ने बेरिकेड तोड़ कर अस्पताल में जाने का प्रयास किया था। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंची थी। इस घटना के बाद एक और ऐसी ही घटना सामने आई थी, जहां एक युयाव्क अपने कोरोना संक्रमित परिवार के सदस्यों को अस्पताल में दाखिल करने के लिए बिलखता रहा। युवक ने रजिस्ट्रेशन डेस्क पर जाकर और पुलिस से भी काफी विनंती की पर किसी ने उसकी एक भी बात नहीं मानी।

उल्लेखनीय है की धन्वंतरी अस्पताल द्वारा मरीज को भर्ती करने के लिए टोकन सिस्टम शुरू किया गया है। जिसके तहत मरीज को भर्ती होने के पहले एक फॉर्म भरना होता है। जिसके बाद उसका रजिस्ट्रेशन होता है और उसे टोकन मिलता है। टोकन नहीं मिल पाने के कारण कई मरीजों को वापिस भी जाना पड़ रहा है। ईद बारे में बात करते हुये दिनेशभाई नाम के एक मरीज ने बताय की 70 वर्षीय महिला को भर्ती करवाने के लिए निजी पेशंट के तौर पर उन्हें लाया गया था। अस्पताल में भर्ती करने के लिए टोकन जरूरी है, पर बुजुर्ग महिला को ऑक्सीज़न की तात्कालिक जरूरत थी। इसके बावजूद उन्हें कोई सीधा जवाब नहीं दे रहा।