अहमदाबाद : नियंत्रण में छुट मिलते ही लोग भूले नियम, बाज़ारों में बढ़ी भीड़ से बढ़ा कोरोना संक्रमण का खतरा

अहमदाबाद : नियंत्रण में छुट मिलते ही लोग भूले नियम, बाज़ारों में बढ़ी भीड़ से बढ़ा कोरोना संक्रमण का खतरा

कोरोना महामारी के प्रभाव को कम होते देख सरकार द्वारा दी गई नियंत्रणों में छुट

देश भर में फैले कोरोना वायरस की दूसरी लहर में कमी आने लगी है। देश के साथ राज्य में भी कोरोना के दूसरी लहर के मामलों में कमी देखि गई है। हर दिन पॉज़िटिव केस के मुक़ाबले ठीक होने वाली संख्या में इजाफा हो रहा है। राज्य भर में सुधरी हुई हालत को देखते हुये रूपाणी सरकार द्वरा सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक दुकानें खुली रखने की छूट दी गई थी। जिससे की लोगों का व्यापार पटरी पर आ सके। पर एक बार फिर सरकार द्वारा दी गई छूट से लोगों में लपवाही देखने मिल रही है। 
सरकार द्वारा नियंत्रणों में कमी लाते ही लोग मानो यह समाज रहे है की कोरोना जा चुका है और बिना मास्क तथा सामाजिक दूरी का पालन किए बाज़ारों में उमड़ गए है। महानगर अहमदाबाद के बाजार में भी ऐसा माहौल देखने को मिला है की मानो लोगों के अनुसार कोरोना चला ही गया हो। अहमदाबाद के लाल दरवाजा इलाके में रविवार की सुबह लोग भारी मात्रा में खरीदारी करने पहुंचे। जहां किसी के द्वारा भी सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं दिखा। ज्यादातर लोगों ने मास्क पहन रखा था, लेकिन वह मास्क भी नाक और मुंह के नीचे थे। इस बाजार में बूढ़े और जवान के साथ-साथ बच्चे भी नजर आए। 
एक तरफ तीसरी लहर की बात हो रही है। जो बच्चों के लिए खतरनाक है, फिर भी कई लोग अपने बच्चों के साथ बाजार पहुंचे। एक तरफ, लोगों द्वारा तंत्र के  कुछ ना करने की शिकायत की जाती है। वहीं दूसरी ओर लोग जिम्मेदारी समझे बिना लापरवाह होते जा रहे हैं। इस तरह की लापरवाही एक बार फिर कोरोना के मामले को बढ़ा सकती है। 
जब तक नागरिक खुद नहीं समझेंगे तब तक महामृ को रोकना असंभव है। तंत्र ने यह भी कहा कि छूट मिलने का मतलब दिशा-निर्देशों का उल्लंघन नहीं है। हालांकि इलाके की कई दुकानों में शादी की सीजन होने के बावजूद कोई भीड़ देखने नहीं मिली और व्यापारी दुकान में बिलकुल बेकार बैठे रहे।