अहमदाबाद: अस्पताल में भर्ती होने वाले आधे से अधिक म्युकर माइकोसिस मरीजों को पड़ती है ऑपरेशन की आवश्यकता

अहमदाबाद: अस्पताल में भर्ती होने वाले आधे से अधिक म्युकर माइकोसिस मरीजों को पड़ती है ऑपरेशन की आवश्यकता

दिन बा दिन कम हो रही है ब्लैकफंगस के मरीजों की संख्या

कोरोना महामारी के असर के कम होने के साथ ही एक नई समस्या ने जन्म ले लिया। इस समय कोरोना के पीड़ित होने के बाद म्युकर माइकोसिस यानी ब्लैक फंगस के कई मामले सामने आ रहे है। अहमदाबाद के सिविल अस्पताल सिविल अस्पताल के ईएनटी विभाग के डॉ कृष्ण कुमार ने बताया कि इस समय अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में म्युकर माइकोसिस के 215 मरीजों का इलाज चल रहा है। हालांकि म्युकर माइकोसिस के कारण रोजाना अस्पताल में भर्ती होने वाले नए मरीजों की संख्या में कमी आई है। वहीं सिविल सूत्रों ने बताया कि अब तक कुल 1250 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 50 फीसदी या इससे ज्यादा मरीजों की सर्जरी करनी ही पड़ी है। सिविल में अब तक म्यूकर माइकोसिस के 675 ऑपरेशन किए जा चुके हैं।
आपको बता दें कि सिविल अस्पताल के सूत्रों के अनुसार सिविल अस्पताल में रोजाना करीब 15 से 18 मरीज ठीक हो रहे हैं, जिन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल रही, जबकि प्रतिदिन चार-पांच तो कभी दस मरीज नए मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। ऐसे में डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ते हुए अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या करीब 215 हो गई है जो एक समय मई में कुल मरीजों की संख्या एक समय 450 को पार कर गई थी।
सिविल में हर दिन म्युकर माइकोसिस से एक मरीज की मौत होती है। वहीं सिविल कैंपस डेंटल अस्पताल में 250 से अधिक लोगों का ऑपरेशन किया गया है, जिसमें मरीजों के दांत और जबड़े समेत जबड़े या तालु को हटाना पड़ा, जबकि चार मरीजों की आंखों का ऑपरेशन करना पड़ा। वहीं सिविल अस्पताल में 15 से ज्यादा मरीजों की आंखें निकालनी पड़ीं। म्यूकर माइकोसिस में डेंटल सर्जरी की संख्या में वृद्धि के साथ, किडनी अस्पताल में दो और स्पाइन अस्पताल में एक ऑपरेशन थिएटर शुरू किया गया था, अब मामलों में गिरावट के कारण स्पाइन इंस्टीट्यूट में ऑपरेटिंग थिएटर बंद कर दिया गया है।