अहमदाबाद : शहर के आरटीओ से चोरी हुई बुलेट पहुंची राजस्थान, इस कारण खुला चोरी का भेद

अहमदाबाद : शहर के आरटीओ से चोरी हुई बुलेट पहुंची राजस्थान, इस कारण खुला चोरी का भेद

राजस्थान में चोरों ने पेट्रोल भरवाने के बाद उसका भुगतान नहीं किया तो पेट्रोल पंप संचालक ने बुलेट के मालिक को किया फोन

बीते दिनों में अहमदाबाद में वाहन चोरी की घटनाओं में इजाफा हुआ है। ऐसी कई घटनाएं हैं जिनमें अहमदाबाद से किसी वाहन को चोरी कर दूसरे राज्य में बेच दिया गया है। अब एक ऐसी ही घटना की जानकारी सामने आई है जिसमें शहर के आरटीओ कार्यालय भवन की तीसरी मंजिल पर खड़ी बुलेट चोरी हो गई और उसे अहमदाबाद से राजस्थान ले जाया गया। जब राजस्थान में चोरों ने पेट्रोल भरवाने के बाद उसका भुगतान नहीं किया तो पेट्रोल पंप संचालक ने बुलेट के मालिक को फोन किया और तभी पता चला कि उसकी बुलेट चोरी हो गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मेडिकल छात्र, हिमालय अलेंज़ा भवन की चौथी मंजिल पर रहने वाले मेडिकल छात्र निखिल राजेंद्रकुमार पंचोली ने 2019 में Royal Enfield Continental GT-650 को खरीदा था। जब वे बाहर गए तो बाइक उनके अपार्टमेंट की तीसरी मंजिल पर पार्किंग में खड़ी थी। आखिरकार 9 सितंबर की रात निखिलभाई ने अपनी बाइक को अपने अपार्टमेंट की तीसरी मंजिल की पार्किंग में देखा।
इसके बाद 13 सितंबर की शाम करीब 4 बजे उनके पास राजस्थान के डोला जागीर के पास चिंतपूर्णा माता पेट्रोल पंप से फोन आया। पेट्रोल पंप से कहा गया कि आपने अपनी मोटरसाइकिल को पेट्रोल से भर लिया है, लेकिन आप बिना भुगतान किए जा रहे हैं। तब निखिलभाई ने कहा कि उनकी बुलेट घर की पार्किंग में खड़ी है। निखिलभाई ने घर की तीसरी मंजिल की पार्किंग में जाकर चेक किया जहाँ जाने पर बाइक चोरी होने की जानकारी मिली। रात करीब नौ बजे किसी अज्ञात व्यक्ति ने डुप्लीकेट चाबी से ताला खोल दिया या ताला तोड़कर बुलेट चुरा ली।
इसके बाद रानिप थाने में बुलेट चोरी की शिकायत दर्ज कराई है। चौंकाने वाली बात यह है कि अहमदाबाद से 335 किलोमीटर दूर एक पेट्रोल पंप पर पैसे नहीं देने पर बुलेट चोरी होने की सूचना मिली थी। पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज और बुलेट चुराने वाले शख्स के चेहरे की फुटेज भी पुलिस को सौंप दी गई है, लेकिन जांच आगे नहीं बढ़ पाई है। जिस भवन में आरटीओ कार्यालय स्थित है, उसमें आवासीय फ्लैट की पार्किंग तीसरी मंजिल पर है। सीसीटीवी व गार्ड से पार्किंग में बुलेट चुराने वाला शख्स 9 सितंबर की रात दो घंटे तक रुका रहा।
आपको बता दें कि बुलेट नंबर 1111, जिसकी कीमत अब करीब 4 लाख है, की चोरी की योजना बनाई गई थी। इससे पहले एक गिरोह अहमदाबाद से महंगे दोपहिया वाहन और कारें चुराकर राजस्थान, मुंबई और दिल्ली में बेचते पकड़ा गया था। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच का कहना है कि एक पखवाड़े पहले राजस्थान से आए बुलेट चोरों के एक गिरोह को पकड़ा गया था और अहमदाबाद से चोरी की गई 15 गोलियों की गुत्थी सुलझ गई थी। ऐसे वाहन चोरी की तलाश में विशेष बल जुटे हुए हैं और राजस्थान पुलिस की मदद से जांच की जा रही है।
गुजरात के अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा और राजकोट समेत शहरी इलाकों में गिरोह सक्रिय हैं, वाहन चोरी कर दिल्ली और मुंबई में बेच रहे हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि ज्यादा कीमत देने वाली गाड़ी की रेकी कर वाहन चोरी करने वाला व्यक्ति शहर या जिले को छोड़कर दूसरे व्यक्ति को वाहन बेच देता है। अक्सर राजस्थान से युवा आते हैं और दो-तीन दिनों के लिए शहर में रुकते हैं और एक निश्चित वाहन चोरी कर अपने गृहनगर वापस ले जाते हैं। वह वाहन को गांव में छिपाकर बेच देता है।