सूरत : पश्चिम बंगाल में महिलाओं पर अत्याचार के विरोध में एबीवीपी का विरोध प्रदर्शन
वीएनएसजीयू के बाहर ममता सरकार का पुतला जलाकर विरोध दर्ज कराया
पश्चिम बंगाल में तृणम्रिल कांग्रेस नेता द्वारा महिलाओं पर अत्याचार के बाद देशभर में विरोध प्रदर्शनों का दौर देखा जा रहा है।आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से सूरत में वीर नर्मद दक्षिण गुजरात यूनिवर्सिटी (वीएनएसजीयू) के बाहर ममता सरकार का पुतला जलाकर बड़ा विरोध दर्ज कराया गया है। मांग की गई है कि महिलाओं के अपमान के लिए ममता सरकार माफी मांगे और महिलाओं पर टिप्पणी करने वाले नेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस नेता शाहबाज खान ने महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और अकारण आरोप लगाए। तृणमूल कांग्रेस नेता के इन गंभीर आरोपों के बाद देशभर में विरोध की लहर दौड़ गई है। विपक्ष को भी ममता सरकार को घेरने का मुद्दा मिल गया है। पश्चिम बंगाल में महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद भी महिलाओं का सम्मान बरकरार नहीं रखने से महिलाओं में काफी नाराजगी है। जिसके चलते आज सूरत में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से ममता सरकार और तृणमूल कांग्रेस नेता के खिलाफ प्रदर्शन और विरोध दर्ज कराया गया है। वीर नर्मद दक्षिण गुजरात यूनिवर्सिटी में ममता सरकार का पुतला दहन किया गया।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा "महिलाओ के सम्मान में एबीवीपी के मान में" के नारे लगाते हुए छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया।
विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के ठीक बाहर विद्यार्थी परिषद ने रामधुन का जाप किया और प्रार्थना की कि भगवान ममता सरकार और उसके नेताओं को सदबुद्दि दें। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मांग की है कि इस मामले में तृणमूल कांग्रेस नेता द्वारा महिलाओं पर लगाए गए निराधार आरोपों और अत्याचारों पर ममता सरकार तुरंत कार्रवाई करे। नेता और अग्रणी ने जिस तरह के आरोप लगाए हैं, उसके लिए महिलाओं से सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए। स्वयं एक महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद उनकी सरकार के शासनकाल में महिलाओं का सम्मान सुरक्षित नहीं रह पाया है। संदेशखालि में महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं। इसलिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मांग की है कि तृणमूल कांग्रेस नेता शाहबाज खान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।