श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की स्मृति में सूरत में 84 जोड़ों का ‘रामायण थीम’ पर सामूहिक विवाह महोत्सव का हुआ आयोजन
श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट परिवार द्वारा गोपिन गांव में किया गया "प्योर विवाह" उत्सव का आयोजन
प्रमुख हीरा कंपनी के चेयरमैन और राज्यसभा सांसद श्री गोविंदभाई धोलकिया के नेतृत्व में श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट्स (SRK) की सीएसआर शाखा, एसआरके नॉलेज फाउंडेशन (SRKKF) ने शनिवार को श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की स्मृति में सूरत में रामायण- थीम पर आधारित सामूहिक विवाह महोत्सव का आयोजन किया।
अब्रामा के गोपिन गांव में "प्योर विवाह" के शीर्षक के साथ आयोजित इस विवाह समारोह में 84 जोड़ों की विवाह संपन्न हुआ। इस विवाह उत्सव का विशेष आकर्षण यह था कि दूल्हा - दुल्हन राम सीता के परिधान में थे और कार्यक्रम स्थल पर रामायण के प्रसंगों को जीवंत किया गया था। बेटी बचाओ, अंग दान, पैसे बचाओ के संदेश को हर व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए प्योर विवाह के परिसर में राम लल्ला की शोभायात्रा का भी आयोजन किया गया था जिसमें सूरत शहर के सीनियर नागरिकों ने उत्साह से भाग लिया था।
श्री गोविंदकाका ने कहा कि 500 वर्षों के बाद, अयोध्या धाम में भगवान राम के मंदिर के निर्माण के साथ भगवान राम का भव्य प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव आयोजित किया गया। इसी की स्मृति में 24 फरवरी को एसआरके परिवार द्वारा "प्योर विवाह" शीर्षक के तहत सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। अब्रामा के गोपिन गांव में शाम 4 बजे बारात के आगमन के साथ शादी का उत्सव शुरू हुआ और रात 9 बजे दुल्हनो की विदाई के साथ संपन्न हुआ। रामायण की थीम पर आयोजित इस सामूहिक विवाह महोत्सव में वनवास के दौरान घटे प्रसंगों को जीवंत किया गया था। जिससे पूरा माहौल राममय हो गया था। इतना ही नहीं, जोड़ों ने भगवान राम और माता सीता का रूप धारण कर फेरे भी लिए। कुल 84 जोड़ों ने परिणयसूत्र में बंधकर अपना दांपत्य जीवन शुरू किया।
इस मौके पर नवसारी सांसद और रेल राज्य मंत्री श्रीमती दर्शनाबेन जरदोश उद्घाटक के तौर पर उपस्थित थे। साथ ही सूरत के सभी विधायकों के साथ गृह राज्य मंत्री श्री हर्षभाई संघवी, मंत्री श्री मुकेशभाई पटेल, मंत्री श्री प्रफुल्लभाई पानशेरिया, मेयर श्री दक्षेशभाई मावानी, सूरत जिला कलेक्टर डॉ. सौरभभाई पारघी, मनपा आयुक्त श्रीमती शालिनीबेन अग्रवाल और प्रभारी सूरत शहर पुलिस आयुक्त वबांग जमीर उपस्थित थे।
वर्ष 2015 से SRKKF द्वारा आयोजित इस "प्योर विवाह" में अब तक 813 से अधिक जोड़े कदम रख चुके हैं।