सूरत : सूरत की महिला धावक ने 300 किलोमीटर की अल्ट्रा मैराथन में लिया हिस्सा
ख्याति पटेल सिंगल स्टेज रेस में गुजरात की पहली और भारत की दूसरी महिला धावक बनीं
सूरत की ख्याति केयूरभाई पटेल ने 300 किमी अल्ट्रा मैराथन दौड़कर गुजरात राज्य की पहली और भारत में सिंगल स्टेज रेस में दूसरी महिला बन गई हैं। 48 वर्षीय ख्याति पटेल ने उबड़-खाबड़ रास्तों पर अपने पैर के नाखून खोने के बावजूद 76 घंटे तक लगातार दौड़कर यह उपलब्धि हासिल की। ब्लू ब्रिगेड रनिंग क्लब इंडिया ने 14 फरवरी, 2024 को नासिक, महाराष्ट्र में विभिन्न प्रकार के मैराथन और अल्ट्रा-मैराथन का आयोजन किया था। सैयदरी फार्म से अल्ट्रा मैराथन का आयोजन किया गया। इस अल्ट्रा मैराथन में भारत समेत अन्य देशों के करीब 10 लोगों ने हिस्सा लिया। जिसमें ऑस्ट्रेलिया से 2 धावक और दिल्ली, पुणे, मुंबई, चेन्नई, गुजरात और भारत के अन्य राज्यों से धावक शामिल हुए।
कॉफी प्रेमी के रूप में पहचाने जाने वाले सूरत के 48 वर्षीय ख्याति केयूरभाई पटेल ने साल 2015 में 50 किमी दौड़ने का फैसला किया। इसके बाद उन्होंने 50 किमी की 4 मैराथन, 100 किमी की 4 मैराथन, 160 किमी की 1 मैराथन, 220 किमी की 1 मैराथन दौड़कर फिटनेस को बढ़ावा दिया है। इस साल 2024 में 300 किमी की दौड़ पूरी कर ख्याति पटेल सिंगल स्टेज रेस में गुजरात की पहली और भारत की दूसरी महिला बन गई हैं। यह अल्ट्रा मैराथन नासिक महाराष्ट्र के सैयदरी फार्म में शुरू हुई। यह 76 घंटों में 300 किमी की अल्ट्रा मैराथन थी, जिसमें केवल 10 प्रतिशत सड़क सीधी और चलने योग्य थी और बाकी 90 प्रतिशत उबड़-खाबड़ पत्थरवाली थी।
ख्याति केयुर पटेल ने बताया कि सख्त चार महीने की मेहनत के बाद या परिणाम हासिल हुआ है। ख्याति पटेल सप्ताह की 5 दिन सुबह 3:30 बजे से उठकर तीन से लेकर 7 घंटे सूरत शहर के विविध रास्तों पर यह प्रैक्टिस की है। ख्याति पटेल की बात करें तो 4 महीना में अनहाइजेनिक फूड का त्याग कर आरोग्य प्रद फुड खाना शुरू किया था, जिसमें दौड़ने से पहले कार्बोहाइड्रेट्स इसके बाद रिकवरी के लिए प्रोटीन के साथ ड्राई फ्रूट खजूर जैसे खुराक का समावेश किया गया था। इनके सपोर्ट टीम में हाजिर रहे ख्याति के पति केयुर केवल पटेल एवं पुत्र प्रार्थिष्ठ पटेल एवं गाइड तेजल मोदी के साथ अन्य सपोर्टर जतीन बजाज, परेश पाला, दिनेश पटेल, अर्पण झाला. अंकुर हसोती, चिंतन चंदराणा के मोटिवेशन से यह 300 किलोमीटर की दौड़ पूर्ण की है। 76 घंटे में दिवस के दिन के 37 डिग्री एवं रात के 15 डिग्री तापमान में यह 300 किलोमीटर की दौड़ पूर्ण की है।