सूरत : नगर निगम के भाजपा शासकों ने बजट की सराहना की, कहा कि यह बजट 80 लाख लोगों के विश्वास का बजट
सूरत भारत की पहली नगर निगम है जिसका प्लास्टिक रीसाइक्लिंग प्लांट है, 2030 तक 100 प्रतिशत अपशिष्ट जल का पुन: उपयोग का दावा
सूरत में 8873 करोड़ रुपये के बजट की आमसभा जय श्री राम के नारे के साथ शुरू हुई
सूरत नगर निगम की स्थायी समिति द्वारा अनुमोदित 8873 करोड़ के बजट की आम सभा जय श्री राम के नारे के साथ शुरू हुई। बजट बैठक में बीजेपी शासकों ने बजट की सराहना करते हुए कहा कि यह बजट सूरत के 80 लाख लोगों के विश्वास का बजट है। इस बजट की विशेष आम सभा में 2030 तक सूरत से आने वाले अपशिष्ट जल का 100 प्रतिशत पुन: उपयोग करने का दावा शासकों द्वारा किया गया।
आमसभा में बजट पर चर्चा करते हुए पूर्व महापौर हेमाली बोघावाला ने जय श्री राम के नारे के साथ बजट चर्च में भाग लेते हुए कहा कि यह बजट सूरत की 80 लाख जनता का विश्वास है और यह निरंतर 28 साल के सफर की कहानी है। सूरत के आम नागरिक को विकास पर ज्यादा भरोसा है, छोटी से छोटी थाली भी विकास की प्रक्रिया में भागीदार बन रही है। सूरत नगर पालिका में भाजपा 1995 से शहर के विकास का विज़न रख रही है, इसलिए सूरत की जनता ने अपना योगदान दिया है । पिछले 28 वर्षों से विकास कार्यों पर भरोसा है, इसलिए सूरत शहर ने विकास की कमी को पूरा किया है।
सूरत की पंच निष्ठा 1955 से तत्कालीन महापौर फकीरभाई चौहान द्वारा शुरू की गई थी और आज भी चल रही है। उस समय लिया गया निर्णय स्वच्छ सूरत, रोगमुक्त सूरत, हरित सूरत, आरामदायक सूरत और संतुष्ट सूरत के लिए था जो आज साकार हो गया है। पूर्व महापौर ने सूरत की विकास यात्रा का जिक्र करते हुए 1995 से 2024 के बीच भाजपा द्वारा किए गए कार्यों का लेखा-जोखा दिया।
बजट पर चर्चा करते हुए बीजेपी के गेमर देसाई ने कहा, 1992 में शुरू हुआ रामजन्मभूमि आंदोलन 2024 में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पर देश राममय हो गया है। यह आंदोलन हमारे लिए कारगर है। इसके अलावा एक और जन आंदोलन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता के लिए जन आंदोलन शुरू किया है, देश में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता दिखाई दी है। साथ ही प्रधानमंत्री के इसी अभियान से प्रेरणा लेकर सूरत ने देश में स्वच्छता में नंबर वन स्थान प्राप्त किया है।
भाजपा नगरसेवक विनोद पटेल ने कहा कि, सूरत नगर पालिका सौर ऊर्जा पर जोर दे रही है। सूरत नगर पालिका द्वारा सोलर लागू करने से नगर पालिका को सालाना 37 करोड़ की बिजली की बचत हो रही है। इसके अलावा आने वाले दिनों में 10 मेगा वॉट और 13 मेगा वॉट के दो प्रोजेक्ट की योजना बना रही है, जिससे साढ़े नौ करोड़ की अतिरिक्त आय होगी। इसके साथ ही सूरत नगर पालिका के कतारगाम जोन कार्यालय को भी सोलर बिल्डिंग बनाने की योजना बनाई जा रही है।
अस्पताल समिति अध्यक्ष मनीषा अहीर ने बजट चर्चा में कहा, स्मीमेर अस्पताल गरीब व मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए वरदान बन रहा है। जननी शिशु सुरक्षा योजना के तहत 4.18 लाख माताएं लाभान्वित हुई हैं। प्रसव से पहले और बाद में माताओं को दिए जाने वाले आहार से कई परिवारों को लाभ हुआ है। स्मीमेर अस्पताल में अगले कुछ दिनों में सुपर स्पेशलिटी सुविधा भी शुरू की जाएगी। स्मीमेर अस्पताल में मॉड्यूलर ओटी बनाने की भी योजना बनाई जाए।
चर्चा के दौरान ड्रेनेज कमेटी के अध्यक्ष केयूर चपटवाला ने कहा कि सूरत नगर पालिका वर्तमान में अपशिष्ट जल के पुन: उपयोग के लिए देश में एक मॉडल बन रही है। सूरत नगर पालिका वर्तमान में 30 प्रतिशत अपशिष्ट जल का पुन: उपयोग करने के लिए काम कर रही है और वर्ष 2030 तक सूरत से आने वाले 100 प्रतिशत अपशिष्ट जल का पुन: उपयोग करने के लिए काम करेगी। नगर पालिका का यह कार्य न केवल गुजरात बल्कि देश के लिए एक मिसाल बन रहा है।
जल समिति के अध्यक्ष हिमांशु राउलजी ने बजट चर्चा के दौरान कहा, सूरत की जनसंख्या 2041 तक एक करोड़ तक पहुंचने की योजना पहले से ही चल रही है और अनुमान है कि वर्ष 2051 तक यह 1.68 करोड़ तक पहुंच जाएगी। सूरत नगर पालिका नए क्षेत्र में जलापूर्ति उपलब्ध कराने के लिए चरणबद्ध 2586 करोड़ की परियोजना पर काम कर रही है।
स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष नैंसी शाह ने बजट चर्चा में भाग लेते हुए कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में स्वच्छ भारत का जो सपना देखा था, 8 साल के इंतजार के बाद सूरत देश का नंबर वन स्वच्छ शहर बन गया है। सूरत भारत की पहली नगर निगम है जिसके पास अपना प्लास्टिक रीसाइक्लिंग प्लांट है, जिसका उपयोग करके अब प्लास्टिक की सड़कें बना रही है। ऐसे कई ऑपरेशनों की वजह से सूरत स्वच्छता में नंबर वन बन गया है।
परिवहन समिति के अध्यक्ष सोमनाथ मराठे ने बजट चर्चा के दौरान कहा की लगातार 13वीं बार बजट की सभा में संबोधित कर रहा हु। शहर की ट्राफिक समस्या को हल करने के लिए भाजपा शासकों ने ब्रिजों का निर्माण किया है। विभिन्न चरणों में मेट्रो और बुलेट ट्रेन सेवा शुरू होने जा रही है। बीआरटीएस सेवा वर्ष 2014 में शुरू की गई थी और अब इसका विस्तार शहर की 95 प्रतिशत जन परिवहन सेवा तक हो गया है। और प्रतिदिन ढाई लाख से अधिक लोग बस से यात्रा कर रहे हैं जिससे लोगों को आर्थिक लाभ हो रहा है। सूरत नगर पालिका सार्वजनिक परिवहन क्षेत्र में अच्छी सेवा प्रदान कर रही है, यह गुजरात में नंबर एक है और वे आने वाले दिनों में इसे दुनिया में नंबर वन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उधना मेईन रोड पर यातायात समस्या और दुर्घटना को रोकने के लिए बीआरटीएस कोरिडोर को छोटा करके ट्राफिक के लिए रास्ता चौडा किया गया है इसीके साथ उधना तीन रास्ते से उधना बस डेपो तक फ्लयओवर ब्रिज का प्रावधान किया गया है।
सार्वजनिक निर्माण समिति के अध्यक्ष भाईदास पाटिल कहा कि वर्ष 2023-24 के संशोधित बजट और वर्ष 24-25 के ड्राफ्ट बजट में विकासलक्षी कामों पर अधिक बजट आवंटित किया गया है। शहर के चहुओर विकासलक्षी परियोजना को बजट में शामिल किया गया है। सूरत शहर ब्रिज सिटी के नाम से अपनी पहचान बना ली है। शहर में अभी तक 121 ब्रिज बने हुए 9 ब्रिज निर्माणाधिन है और जल्द ही 4 ब्रिजों का लोकार्पण किया जायेगा। आगामी बजट में अतिरिक्त 22 ब्रिजों को शामिल किया गया है जिसके साथ सूरत शहर में 155 बिज हो जायेंगे।