'साइबर सेफ सूरत' के लिए सूरत सिटी पुलिस की अनूठी पहल, बनाया गया देश का पहला 'चैटबॉट'
चैटबॉट व्हाट्सएप नंबर 93285-23417 पर 'HI' लिखकर भेजने पर आपको साइबर धोखाधड़ी के बारे में सारी जानकारी मिल जाएगी
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित 'चैटबॉट' लोगों को साइबर क्राइम से बचाता है 'सूरत साइबर मित्र'
'साइबर सेफ सूरत' के लिए, सूरत सिटी पुलिस ने एक अनूठी पहल की है और नागरिकों को साइबर अपराध, साइबर धोखाधड़ी से बचाने और मदद करने के लिए देश का पहला कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित 'चैटबॉट' बनाया है। 'सूरत साइबर मित्र' नामक 'चैटबॉट' नागरिकों को साइबर धोखाधड़ी से बचाने के साथ-साथ उन्हें साइबर अपराध का शिकार बनने से भी बचाएगा।
'सतर्कता ही सावधानी' कहते हुए सूरत साइबर क्राइम के एसीपी ए.पी. गोहिल लोगों को साइबर धोखाधड़ी से बचाने के लिए सूरत सिटी पुलिस द्वारा तैयार किए गए देश के पहले 'चैटबॉट' के बारे में जानकारी दी। गोहिल ने नागरिकों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक रहने को कहा। और कहा कि विशेषकर सूरत शहर को साइबर सुरक्षित बनाने के लिए 'सूरत साइबर मित्र' शहर पुलिस की एक अभिनव पहल है। जिसमें देश का कोई भी नागरिक व्हाट्सएप नंबर 93285-23417 पर HI भेजकर चैटबॉट से जुड़ सकता है।
उन्होंने चैटबॉट की विशेषताएं बताते हुए कहा कि मानव रहित चैटबॉट की मदद से सूरत के नागरिकों को साइबर सुरक्षा से जुड़ी हर जानकारी 24*7 उपलब्ध रहेगी। साथ ही किसी भी तरह की साइबर धोखाधड़ी होने पर तत्काल उठाए जाने वाले कदम और शिकायत दर्ज कराने के लिए जरूरी मार्गदर्शन भी मिलेगा।
इसके अलावा सूरत साइबर मित्र स्पैम कॉल, स्पैम मेल या लिंक की रिपोर्ट करने, वित्तीय और सामाजिक मीडिया से संबंधित धोखाधड़ी की जानकारी और सुझाव प्राप्त करने, सोशल मीडिया धोखाधड़ी के लिए आवेदन करने, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के शिकायत पोर्टल पर रिपोर्ट करने, सोशल मीडिया गोपनीयता सेटिंग्स, साइबर के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए संबंधित प्रश्नों को हल करने के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशन का फोन नंबर और ई-मेल जानकारी प्राप्त करना सहायक होगा। उन्होंने कहा, यह सभी जानकारी तीन भाषाओं, गुजराती, हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध है।
गौरतलब है कि आज के डिजिटल युग में बढ़ते साइबर अपराध से नागरिकों को बचाने और साइबर अपराध के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए सूरत सिटी पुलिस द्वारा 'साइबर सेफ सूरत' पहल के तहत समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जिसमें पहले 'साइबर संजीवनी रथ' और 'साइबर सेफ सूरत' की ऑडियो विजुअल बुक भी शामिल है।