सूरत :  नेशनल को-ऑपरेटिव बैंक्स फेडरेशन के चुनाव में गौतम व्यास एवं कानजी भालाला निर्वाचित 

नेफकैब के बोर्ड के लिए हुए चुनाव में सहकारी बैंकों के निदेशकों में दो गुजराती चुने गए 

सूरत :  नेशनल को-ऑपरेटिव बैंक्स फेडरेशन के चुनाव में गौतम व्यास एवं कानजी भालाला निर्वाचित 

नेशनल फेडरेशन ऑफ अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक्स एंड क्रेडिट सोसाइटीज़ के चुनाव में अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों के प्रतिनिधियों के रूप में गुजरात से गौतम व्यास और कानजीभाई भालाला निदेशक के रूप में चुने गये। भारत की 1514 अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों और पचास हजार से अधिक सहकारी क्रेडिट सोसाइटीज़ का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था नेफकैब के निदेशक मंडल के लिए चुनाव हुआ था। देश भर के सहकारी बैंकों और क्रेडिट सोसाइटियों के संघों के निदेशकों का चुनाव निर्विरोध हुआ। 19 निदेशक मंडल के बोर्ड में शहरी को-ऑपरेटिव बैंकरों के प्रतिनिधियों के लिए 7 सीटें होती हैं। 7 सीटों के लिए 9 उम्मीदवारों के उम्मीदवारी करने से चुनाव कराना पड़ा था।

भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (एनसीयूआई), नई दिल्ली में 12/02/2024 को चुनाव हुआ। इसी दिन मतगणना होने पर महाराष्ट्र से दो, कर्नाटक से दो, आंध्र प्रदेश से एक और गुजरात से दो प्रतिनिधियों ने निदेशक के रूप में जीत हासिल की। बारडोली सहकारी बैंक के गौतमभाई व्यास एवं वराछा को-आपरेटिव बैंक के कानजीभाई भालाला नेफकैब में अब अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक का पांच साल के लिए प्रतिनिधित्व करेंगे।

सहकारी और सामाजिक क्षेत्र में अग्रणी कानजीभाई भालाला विभिन्न संगठनों से जुड़े हुए हैं। वराछा को-आपरेटिव बैंक सूरत के प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष, श्री सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज सूरत के अध्यक्ष और सिविल डिफेन्स सूरत के मुख्य वार्डन के रूप में कार्यरत हैं। कानजीभाई दक्षिण गुजरात बैंक फेडरेशन (स्कोबा) के उपप्रमुख है और हाल में गुजरात बैंक फेडरेशन के निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। वराछा बैंक सूरत के प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष कानजीभाई भालाला नेफकैब के निदेशक रुप में निर्वाचित किये जाने पर वराछा बैंक परिवार बधाई देते हुए गौरव की अनुभूति करता है। अब उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर सहकारी बैंकों के संघ में निदेशक के रूप में चुना गया है। राष्ट्रीय स्तर पर उनके व्यापक अनुभव से पूरे देश को लाभ होगा जो सहकारी जगत के लिए खुशी और गर्व का विषय है।

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