बागवानी और पर्यटन से संवरेगा उत्तरकाशी के वाशिंदों का भविष्य : डीएम
उत्तरकाशी के युवाओं को स्वरोजगार से जोड़कर उद्यमी बनना मेरी पहली प्राथमिकता
उत्तरकाशी, 07 फरवरी (हि.स.)। जिले के नवनियुक्त डीएम डा. मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि यहां को लोगों का बागवानी, पर्यटन और सोलर एनर्जी के क्षेत्र में बेहतर भविष्य है। इनको स्वराेजगार से जोड़ कर उद्यमी बनना मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी। उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री -यमुनोत्री विश्व प्रसिद्ध तीर्थ धाम, पर्यटन सहित कृषि और बागवानी की अपार संभावनाएं हैं।
नवनियुक्त जिलाधिकारी ने बुधवार को एक मुलाकात में कहा कि उत्तरकाशी जनपद एक ऐसा जिला है जहां पलायन नहीं हुआ है। मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी कि उत्तरकाशी जिले के लोगों को पर्यटन, तीर्थाटन, कृषि और बागवानी सहित सोलर एनर्जी के क्षेत्र से स्वरोजगार से जोड़कर उन्हें उद्यमी बनना है। यहां के बरोजगार युवा -युवतियों के बेहतर भविष्य बनाने के लिए उन्हें स्वरोजगार से जोड़ा जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जितनी भी योजनाएं चलाई जा रही को धरातल पर उतारा ना मेरी पहली प्राथमिकता है।
उत्तरकाशी की मिट्टी बागवानी के लिए उपयुक्त-
उत्तरकाशी के डीएम डॉक्टर मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा है कि उत्तराखंड सरकार की तरफ से बागवानी की फसलों को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। किसानों को बागवानी और फलदार पौधों को ज्यादा से ज्यादा करने की सलाह दी जायेगी। जिला उद्यान विभाग के मुताबिक उत्तरकाशी की मिट्टी और भौगोलिक स्थिति बागवानी की फसलों के उपयोग के लिए सबसे उपयुक्त है।इन फसलों की खेती में ज्यादा खर्च नहीं आता है। सिर्फ थोड़ी मेहनत करने की जरूरत है।
एपल मिशन और पाली हाउस से चमकेगी काश्तकारों की किस्मत
उत्तराखंड सरकार राज्य में बागवानी फसलीकरण के अंतर्गत संरक्षित खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिला उद्यान अधिकारी डी तिवारी बताते हैं संरक्षित खेती के लिए किसानों को बकायदा सब्सिडी भी दी जा रही है। इस कड़ी में एपल मिशन और पाली हाउस लगाने से लगभग जिले के 1700 किसानों को लाभ मिलेगा सरकारी किसानों प्रोत्साहन के लिए सब्सिडी देती है। हमारा लक्ष्य कि वित्त वर्ष में आठ से नौ सौ किसानों को पाली हाउस से देकर सब्जी सब्जी व फूलों के उत्पादन करवा जायेगा जिससे किसानों को बिक्री करने के लिए कहीं जाना नहीं पड़ेगा बल्कि खुद खरीदी करने के लिए वहां व्यापारी आएंगे। उन्होंने कहा कि एपल मिशन में 616 बागवानी काश्तकारों के जिंदगी में खुशहाली आने वाली है। सरकार एपल मिशन में 90 प्रतिशत तक सब्सिडी दे रही है।
सोलर एनर्जी से आया का सबसे अच्छा साधन
जिलाधिकारी डा. बिष्ट ने कहा कि सोलर एनर्जी इंडस्ट्री का दिन प्रतिदिन तेजी से विकास हो रहा है ऐसे में युवाओं के लिए इस सेक्टर में काफी संभावनाएं उभर रहीं हैं, जिससे इस इंडस्ट्री में भी नौकरियों के नए अवसर बढ़ते जा रहे हैं। आज हम आपको बताते हैं कि कैसे सोलर एनर्जी इंडस्ट्री में करियर बनाया जा सकता है। देश दुनिया में सोलर एनर्जी की मांग बढ़ती जा रही है। बड़े बड़े उद्योग धंधों में भी धीरे धीरे सोलर एनर्जी का उपयोग बढ़ा है। ऐसे में नई नई नौकरियों के रास्ते भी खुल रहे हैं।
पहाड़ों में सोलर सोलर एनर्जी सबसे उपयुक्त स्थान
डीएम डा. बिष्ट ने कहा कि उत्तरकाशी जिले में सोलर योजना के अपार संभावनाएं हैं। यहां सबसे उपयुक्त स्थान है। उत्तरकाशी में स्वच्छ धूप है यह के बंजर भूमि में सोलर प्लांट लगाकर अच्छी खासी आमदनी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार सोलर एनर्जी के लिए स्कीम चला रही है। इसका लाभ स्थानीय लोगों को दिया जाएगा, जिससे लोगों को रोजगार मिल सके।