सूरत की महत्वाकांक्षी रिवरफ्रंट परियोजना पर विश्व बैंक की टीम और नगर निगम अधिकारियों के बीच बैठक
रूंढ से कठोर तक तापी नदी के तट पर 66 किमी रिवरफ्रंट बनाया जाएगा, भूमि अधिग्रहण समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा
सूरत नगर निगम एक बहुत बड़े प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने की तैयारी कर रहा है। विश्व बैंक के सहयोग से हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ने की तैयारी की जा रही है। आज विश्व बैंक के करीब आठ से दस प्रतिनिधि सूरत नगर निगम आये और विभिन्न अधिकारियों के साथ बैठकों का सिलसिला शुरू किया।
सूरत नगर निगम तापी नदी के किनारे रिवरफ्रंट प्रोजेक्ट तैयार करने की दिशा में काम कर रहा है। जिस तरह साबरमती नदी पर रिवरफ्रंट तैयार किया गया है, उसी तरह सूरत में भी आकर्षक रिवरफ्रंट तैयार किया जाएगा। न्यू बैराज से कठोर तक 33 किमी लंबे तापी रिवरफ्रंट की योजना बनाई जा रही है। तापी नदी के दोनों किनारों को मिलाकर कुल 66 किमी लंबा तापी रिवरफ्रंट बनाने की भव्य योजना बनाई गई है। विश्व बैंक से भी फंड मिलना है।
विश्व बैंक की टीम द्वारा अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की गई। सभी बातों को ध्यान में रखते हुए विश्व बैंक के अधिकारियों ने निगम अधिकारियों के साथ 33 किमी तापी तट पर भूमि अधिग्रहण पर चर्चा की। सरकारी जमीन और निजी जमीन का अनुपात क्या है और अधिग्रहण में किस तरह की बाधाएं आ रही हैं, इस पर भी चर्चा की गयी। सूरत शहर का कायाकल्प करने के लिए तापी नदी रिवरफ्रंट परियोजना की योजना बनाई गई है। अगर आने वाले दिनों में तापी नदी का किनारा बेहद आकर्षक और भव्य दिखे तो सूरती लोगों को आश्चर्य नहीं होगा। हालाँकि, विश्व बैंक के अधिकारी बहुत ही बारीकी से सभी छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखते हुए रिपोर्ट माँग रहे हैं।