सूरत : "श्री रामोत्सव" में शास्त्रीय नृत्य के माध्यम से भगवान श्री रामचन्द्र जी के जीवन की घटनाओं का स्मरण किया गया
पहले दिन पारंपरिक गरबा नृत्य के बाद दुसरे दिन विभिन्न नृत्य आयोजित किए गए
सूरत स्थित वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय अयोध्या में नवनिर्मित श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर 16/01/2024 से 22/01/2024 तक "श्रीरामोत्सव" मना रहा है। 17 जनवरी यानी दुसरे दिन शाम 7 बजे क्लासिकल डांस का प्रोग्राम रखा गया। कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. किशोर सिंह चावड़ा, महासचिव डॉ. रमेशदान गढ़वी, युवा कल्याण विभाग के ओएसडी डॉ. प्रकाश चंद्र पटेल, हिंदू अध्ययन विभाग के समन्वयक बालाजी राजे, सिंडिकेट और सीनेट सदस्यों, विभिन्न विभागों के प्रमुखों और विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्यों ने दीप प्रज्वलित किया। शास्त्रीय नृत्य कार्यक्रम में 3 मिनट से लेकर 10 मिनट तक की अवधि वाली विभिन्न विषयों पर 19 कृतियाँ प्रस्तुत की गईं।
श्री रामोत्सव में सर्जत नर्तन एकेडमी, सिंक्रोनी कथक डांस एकेडमी, एएमएनएस इंटरनेशनल स्कूल, प्रतिभा डांस एकेडमी, सिनर्जी आर्ट्स, फेलिसिटी आर्ट डांस क्लास, नृत्यम डांस एकेडमी, शिवांश कला एकेडमी, नृत्यांजलि एकेडमी ऑफ कथक, नर्तन कथक एकेडमी, कलानिधि कथक अकादमी जैसी संस्थाओं द्वारा पुष्पांजलि, रामस्तुति, सरस्वती वंदना, संस्कृत में स्वागत गीत, ठुमक चलत रामचन्द्र भजन पर कथक, रामकौथुवम/जटायु मोक्ष, रामाष्टकम, रामहोरी, नमा रामायण, घाट भव - जटायु मोक्ष, राम-सीता - लक्ष्मण वनवास और सुरपंखा नास्य कांड नृत्य अभिनय, आथमरामम, ठुमक चलत रामचन्द्र, श्री रामचन्द्र कृपालु भजन, नवरस, सीता विरह, राम रतन धन पायो थीम पर सुंदर रचनाएं प्रस्तुत की गईं।
"श्री रामोत्सव" कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह 16 जनवरी को आयोजित किया गया था और पहले दिन पारंपरिक गरबा हुआ था।