सूरत : मिशन 84 के तहत थाईलैंड , न्यूजीलैंड, जापान और सिंगापुर के प्रतिनिधिमंडलों के साथ  इंटरैक्टिव बैठक 

 उद्यमियों को कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी, फार्मास्युटिकल, परिधान, हीरा एवं रत्न एवं आभूषण उद्योग में अवसरों के बारे में जानकारी दी 

सूरत : मिशन 84 के तहत थाईलैंड , न्यूजीलैंड, जापान और सिंगापुर के प्रतिनिधिमंडलों के साथ  इंटरैक्टिव बैठक 

एसजीसीसीआई ग्लोबल कनेक्ट मिशन 84 के तहत  इंटरैक्टिव बैठक 

दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा एसजीसीसीआई ग्लोबल कनेक्ट मिशन 84 के तहत समहती बिल्डिंग, सरसाना, सूरत में सनचावी पट्टानाचक, कार्यकारी निदेशक, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संवर्धन विभाग, थाई व्यापार कार्यालय, मुंबई के साथ एक बैठक आयोजित की गई। सूरत के व्यवसायियों और व्यापारियों को आने वाले दिनों में थाईलैंड में व्यापार-उद्योग के अवसर प्रदान करने के लिए सनचावी पट्टानायक ने चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों के साथ व्यापक चर्चा की। इस दौरान, न्यूजीलैंड के उद्यमी डॉ. कुश भार्गव एवं डॉ. रामकुमार भार्गव, जापानी वैज्ञानिक सकु कावामाता, रवि कुमार और सिंगापुर से डॉ. खुर्शीद के साथ सूरत के उद्योगपतियों और व्यापारियों की एक बीटूबी इंटरैक्टिव बैठक हुई।

चेंबर ऑफ कॉमर्स के मानद मंत्री निखिल मद्रासी ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने एसजीसीसीआई ग्लोबल कनेक्ट मिशन 84 का प्रेजेंटेशन प्रस्तुत करते हुए कहा कि चैंबर अध्यक्ष रमेश वघासिया द्वारा भारत के व्यापारियों-व्यापारियों और निर्यातकों के साथ-साथ दुनिया के विभिन्न देशों के व्यापारियों को मिशन 84 से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। भारत से निर्यात बढ़ाने के लिए चैंबर ऑफ कॉमर्स ने मिशन 84 प्रोजेक्ट के तहत एक ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय मंच बनाया है, जिससे भारत के 84,000 उद्यमियों और दुनिया के विभिन्न देशों के 84,000 व्यापारियों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

इसके अलावा भारत के 84 चैंबर्स ऑफ कॉमर्स और दुनिया के विभिन्न 84 देशों के चैंबर्स ऑफ कॉमर्स को इस ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाने के लिए बैठकें हो रही हैं। इस परियोजना के तहत भारत में कार्यरत 84 देशों के महावाणिज्यदूतों, उच्चायुक्तों और राजदूतों के साथ-साथ दुनिया के 84 देशों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न राजदूतों को भी इस पोर्टल पर शामिल करने के लिए उनके साथ बैठकें की जा रही हैं।

न्यूजीलैंड के उद्यमी डॉ. कुश भार्गव ने सूरत के उद्योगपतियों और व्यापारियों तथा निवेशकों का न्यूजीलैंड में हरित परियोजना के तहत विकसित किये जा रहे कार्बन नेगेटिव घरों में निवेश करने के लिए स्वागत किया। न्यूज़ीलैंड में खाद्य उत्पादों के निर्यात के कई अवसर हैं। कृषि क्षेत्र में भी काफी संभावनाएं हैं। इसके अलावा, न्यूजीलैंड के बाजार में लैबग्रोन हीरे और रत्न और आभूषण निर्यात करने के कई अवसर हैं।

जापानी वैज्ञानिक सकु कावामाता ने कहा कि मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत भारत में इलेक्ट्रिक कारों और इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिलों का निर्माण शुरू हो गया है। वैश्विक परिवेश को ध्यान में रखते हुए सूरत में इलेक्ट्रिक वाहन कारों और मोटरसाइकिलों का भी निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी की बैटरी विकसित की जा रही है, जो एक बार चार्ज करने पर 400 किलोमीटर चलेगी। दो साल बाद ये बैटरियां बाजार में होंगी, इसलिए उन्होंने सूरत के उद्योगपतियों का कार और मोटरसाइकिल विनिर्माण संयंत्र में निवेश करने का स्वागत किया।

सिंगापुर के प्रतिनिधि डॉ. खुर्शीद ने स्वास्थ्य सेवा उद्योग में अवसरों की जानकारी दी। उन्होंने अस्पताल समाधानों के लिए एक उत्पाद के बारे में एक प्रस्तुति दी। उन्होंने उद्योगपतियों को स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में उनके द्वारा विकसित स्मार्ट वॉच के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी।

बैठकों को चैंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष विजय मेवावाला और तत्कालीन पूर्व अध्यक्ष हिमांशु बोडावाला ने संबोधित किया। पूरी बैठक का संचालन मिशन 84 के सीईओ परेश भट्ट ने किया। बैठक की रूपरेखा चैंबर के पूर्व अध्यक्ष रोहित मेहता ने रखी। बैठक में उपस्थित सर्वेक्षक राकेश त्रिवेदी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने निर्यात और निवेश के संबंध में सूरत के उद्यमियों के विभिन्न प्रश्नों के संतोषजनक उत्तर दिए और फिर बैठक संपन्न हुई।

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