आईआईटी, धनबाद के विनिर्माण केंद्र टेक्समिन के साथ मिलकर मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय के बच्चे करेंगे काम

जिला उत्कृष्ट विद्यालय, धनबाद के बच्चों ने भी ऐसी तकनीकी आविष्कार किये है, जिनकी आईआईटी, धनबाद के विशेषज्ञ भी सराहना कर रहे है

आईआईटी, धनबाद के विनिर्माण केंद्र टेक्समिन के साथ मिलकर मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय के बच्चे करेंगे काम

रांची, 22 दिसंबर (हि.स.)। राज्य के मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों के प्रगतिशील तकनीकी कौशल का लोहा अब आईआईटी जैसे संस्थान भी मानने लगे हैं। इन स्कूलों के बच्चों को मिल रहे तकनीकी एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण से प्रभावित होकर आईआईटी-आईएसएम, धनबाद जैसे दिग्गज शिक्षण संस्थान भी बच्चों के द्वारा विकसित तकनीकी रचनाओं में निवेश करने के लिए आगे आ रहे है।

स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में शिक्षा प्राप्त कर रहे बच्चों को ना केवल उत्कृष्ट मानक की शिक्षा दी जा रही है, बल्कि उनके अंदर व्यवसायिक अथवा तकनीकी कौशल का भी विकास किया जा रहा है। जिला उत्कृष्ट विद्यालय, धनबाद के बच्चों ने भी ऐसी तकनीकी आविष्कार किये है, जिनकी आईआईटी, धनबाद के विशेषज्ञ भी सराहना कर रहे है। इतना ही नहीं, इन बच्चों ने अपने तकनीकी रचनाओं को नेशनल ऑटोमोटिव ओलम्पियाड जैसे राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों में भी प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। इन बच्चों की प्रतिभा को देखते हुए आईआईटी, धनबाद के विनिर्माण केंद्र टेक्समिन के जरिए इन बच्चों की रचनाओं का उत्पादन बढ़ाने के साथ ही पेटेंट कराने तक की सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

भविष्य की सड़क प्रणाली को विकसित करने के लिए आयुष ने बनाया 'स्मार्ट स्ट्रीट सिस्टम'

जिला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय धनबाद में 11वीं के छात्र आयुष तिवारी ने भविष्य की सड़क प्रणाली को विकसित करने के लिए स्मार्ट स्ट्रीट सिस्टम तैयार किया है। आयुष ने ऑटोमोटिव में व्यावसायिक कौशल प्राप्त किया है, जिसमें उसके स्कूल के वोकेशनल ट्रेनर अभिषेक शर्मा ने उसकी मदद की। स्कूल के लैब में ही आयुष ने स्मार्ट स्ट्रीट सिस्टम को विकसित किया और आईआईटी धनबाद के विनिर्माण केंद्र टेक्समिन के सामने उसे पेश किया। आयुष ने टेक्समिन के शोधकर्ताओं को अपना मॉडल समझाते हुए भविष्य में उसके कामकाज और उपयोग के फायदे बताये। आयुष के स्मार्ट स्ट्रीट सिस्टम मॉडल की आईआईटी ने जमकर सराहना की और इसके उत्पादन को बढ़ाने पर जोर दिया। आयुष अब टेक्समिन की मदद से अपने मॉडल पर और गहराई व लगन से काम कर रहे है।

राहुल ने वाहन दुर्घटनाओं से बचने के लिए विकसित किया 'इंजन लॉकिंग सिस्टम'

जिला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय धनबाद के ही 11वीं में पढ़ने वाले छात्र राहुल कुमार ने स्कूल में प्राप्त व्यावसायिक शिक्षा के माध्यम से वाहन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए 'इंजन लॉकिंग सिस्टम' के मॉडल को विकसित किया है। राहुल ने इसके अलावा 'अल्कोहल सेंसिंग अलर्ट' सिस्टम को भी विकसित किया है। राहुल विगत तीन वर्षो से व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त कर रहे है। अपने मॉडल के लिए राहुल को जिला शैक्षणिक प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित जिलास्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में प्रथम पुरस्कार भी मिला है।

इसके अलावा ऑटोमोटिव कौशल विकास परिषद द्वारा आयोजित ओलंपियाड प्रतियोगिता में भी राहुल ने विद्यालय स्तर पर अपने जिले में उत्तीर्ण किया। राहुल को आईआईटी धनबाद की ओर से विनिर्माण केंद्र टेक्समिन में अपने मॉडल को प्रस्तुत करने का अवसर मिला, जहां टेक्समिन के शोधकर्ताओं ने राहुल के रचना की सराहना करते हुए उसमें निवेश की इक्षा जताई।

राहुल ने अपने मॉडल में समझाया है कि इंजन लॉकिंग सिस्टम के साथ अल्कोहल सेंसिंग अलर्ट ड्रिंक एंड ड्राइव के मामले को रोकने में मदद करेगा। यदि कोई व्यक्ति शराब पीकर वाहन चलाने की कोशिश करता है, तो यह अल्कोहल सेंसिंग डिवाइस वाहन को लॉक कर देगा और उसके परिवार के किसी सदस्य को वाहन की वर्तमान स्थिति के बारे में सूचित कर देगा।

बच्चों में व्यावसायिक व तकनीकी कौशल को विकसित करने के लिए लगातार प्रयासरत है

स्कूल के वोकेशनल ट्रेनर अभिषेक शर्मा बताते है कि बच्चों को कुछ सीखने की हसरत हमेशा रहती है। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा स्कूल में उच्च मानक के लैब्स बनवाये गए है, जहां स्कूली बच्चे अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से कुछ नया सीख रहे है। तकनीकी कौशल की ओर उनका रुझान देखते हुए ऐसे बच्चों की प्रतिभा को और भी आगे बढ़ाने के लिए हर संभव मदद दी जा रही है। इनके विचारों और रचनाओं को विभिन्न प्रयासों से मंच उपलब्ध कराया जा रहा है, जो काफी प्रेरणादायक है।

क्या है टेक्समिन?

टेक्समिन एक टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब है, जिसे भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा नेशनल मिशन ऑन इंटरडिसिप्लिनरी साइबर-फिजिकल सिस्टम्स मिशन के तहत आईआईटी-आईएसएम, धनबाद में स्थापित किया गया है। इसका उद्देश्य सीपीएस (साइबर-फिजिकल सिस्टम) आधारित प्रौद्योगिकियों को विकसित करना और शोध व खनन में अनुवाद संबंधी अनुसंधान को बढ़ावा देना है। यह उभरते क्षेत्रों में उच्च-स्तरीय शोधकर्ताओं के आधार, मानव संसाधन विकास और कौशल-सेट को बढ़ावा देता है।

टेक्समिन नवाचार और स्टार्ट-अप परिस्थिति विज्ञान तंत्र को बढ़ावा देने के लिए मुख्य दक्षताओं, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण उपलब्ध कराता है। अग्रणी ज्ञान, योग्यता और सुविधाओं के साथ, टेक्समिन अनुसंधान नवाचार, विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी और उत्पाद विकास को बढ़ावा देता है। यह औद्योगिक प्रौद्योगिकी और उत्पादों को विकसित करने और प्रौद्योगिकी आधारित स्टार्ट-अप के साथ-साथ उद्यमियों के लिए एक विश्वसनीय मंच प्रदान करता है

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