सूरत : पीएम मोदी द्वारा इंटरप्रिटेशन कोर्स का सुझाव देने के बाद वीएनएसजीयू में हुई बैठक
राज्य कक्षा के शिक्षा मंत्री प्रफुल पानशेरिया की अध्यक्षा में पाठ्यक्रम पर चर्चा की गई
सूरत आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीर नर्मद दक्षिण गुजरात यूनिवर्सिटी (वीएनएसजीयू) में इंटरप्रिटेशन कोर्स शुरू करने के दिए गए सुझाव के बाद राज्य सरकार हरकत में आ गई है। जिसके चलते आज राज्य के शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी में एक अहम बैठक हुई। बैठक में एक महत्वपूर्ण चर्चा हुई कि भाषा में कोम्युनिकेशन गेप न हो और विश्वविद्यालय द्वारा व्याख्या (इन्टरप्रीटेशन) और अनुवाद (ट्रान्सलेशन) पाठ्यक्रम संचालित किया जाए और छात्रों को एक नया अवसर मिले। बैठक में कुलपति और विश्वविद्यालय की टीम के साथ बैठक में आगामी दिनों में व्याख्या एवं अनुवाद पाठ्यक्रम शुरू करने को लेकर चर्चा की गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुरोध के बाद राज्य सरकार ने भी कार्रवाई की है। आज वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय में राज्य के शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पानसेरिया की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की गई। बैठक में दक्षिण गुजरात यूनिवर्सिटी के कुलपति किशोर सिंह चावड़ा और यूनिवर्सिटी की टीम भी मौजूद थी। इस मौके पर राज्य के शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पानसेरिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के बाद राज्य सरकार ने इस मामले में व्याख्या और अनुवाद पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए एक तत्काल बैठक बुलाई है। आज हुई इस बैठक में विश्वविद्यालय के कुलपति और टीम के बीच आने वाले दिनों में व्याख्या और अनुवाद पाठ्यक्रम शुरू करने को लेकर गहन चर्चा हुई है।
यह एक प्रयास है कि विश्वविद्यालय द्वारा इस कोर्स को शुरू किया जाए और छात्रों को एक नया अवसर भी मिले। पहले सूरत में 84 देशों के जहाज व्यापार के लिए आते थे, लेकिन अब सूरत में 150 देशों से लोग डायमंड बुर्स में व्यापार के लिए आऐंगें। इससे यहां विदेश से आने वाले लोगों की आवाजाही भी बढ़ने वाली है। विश्वविद्यालय में व्याख्या और अनुवाद पाठ्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया गया है ताकि बाहर से आने वाले लोग और स्थानीय लोग एक-दूसरे की भाषा समझ सकें। इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से काफी रुचि दिखायी गयी है। इसके लिए शिक्षा मंत्री ने विश्वविद्यालय को बधाई दी।