अहमदाबाद: बायोटेक्नोलॉजी समिट 11 दिसंबर को

नेशनल एंड गुजरात बायोटेक स्टार्ट-अप्स को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी का सीएम करेंगे उद्घाटन

अहमदाबाद: बायोटेक्नोलॉजी समिट 11 दिसंबर को

सरकार, उद्योग व शिक्षा जगत के जाने-माने लोगों सहित कई गणमान्य होंगे प्री-समिट सम्मेलन में शामिल

गांधीनगर, 8 दिसंबर (हि.स.)। वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट (वीजीजीएस) 2024 से पहले गुजरात सरकार, एक्सपोर्ट्स, जेम्स एंड ज्लैवरी, केमिकल एंड पेट्रोकेमिकल्स, एग्रीकल्चर एंड फूड प्रोसेसिंग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में राज्य के नेतृत्व को प्रदर्शित करने के लिए कई प्री-समिट कार्यक्रमों की मेजबानी कर रहा है। इसी तरह बायो टेक्नोलॉजी सेक्टर के लिए प्री-वाइब्रेंट समिट का आयोजन 11 दिसंबर को साइंस सिटी, अहमदाबाद में किया जाएगा। इस प्री-वाइब्रेंट समिट का थीम “द पाथ ऑफ इनोवेशन एन्ड वेलनेस फोर विकसित भारत” होगा।

मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल इस कार्यक्रम को संबोधित करेंगे और ‘नेशनल एंड गुजरात-बेस्ड बॉयोटेक स्टार्ट-अप’ को प्रदर्शित करने वाले एक प्रदर्शनी का उद्घाटन भी करेंगे। सरकार की ओर से शामिल होने वालों में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया, गुजरात सरकार में चीफ सेक्रेटरी राज कुमार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की मोना खांधर, केन्द्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय में जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. राजेश गोखले के उपस्थित रहने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार देश को 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य में, बायोटेक्नोलॉजी एक प्रमुख घटक है। पिछले 8 वर्षों में, यह 10 अरब यूएसडी से 8 गुना बढ़कर 80 बिलियन यूएसडी हो गया है, वहीं बायोटेक स्टार्टअप की संख्या 50 से बढ़कर 5300 हो गई है।

इन्वेस्ट इंडिया के आंकड़ों के अनुसार बायोफार्मास्यूटिकल्स सबसे बड़ा सेगमेंट है, जो देश की बायो इकोनॉमी में 62 फीसदी योगदान देता है, इसके बाद बायो-एग्रीकल्चर 13फीसदी, बायो इंडस्ट्री 15 फीसदी और बायोआईटी एवं बायो सर्विसेज़ 10 फीसदी है। बायो सर्विसेज और इंडस्ट्रियल बायोटेक सेगमेंट, जो वर्ष 2020 संयुक्त रूप से इस इंडस्ट्री का 22 फीसदी हिस्सा है, के तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। इस प्री-समिट का उद्देश्य ‘विकसित भारत@2047’ के दृष्टिकोण के अनुसार विकास की दिशा में आगे बढ़ना और बायोटेक्नोलॉजी सेक्टर में निवेश को आकर्षित करते हुए गुजरात को एक हब के रूप में स्थापित करना है।

'बायोटेक-समिट', बायोटेक्नोलॉजी सेक्टर के लगभग 350 स्टेकहोल्डर्स को एक साथ एक मंच पर लाएगा, जिसमें प्रमुख राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बायोटेक कंपनियां, इंडस्ट्री एसोसिएशंस, स्टार्ट-अप, शिक्षाविद, रिसर्चर, रिसर्च एसोसिएट्स और बायोटेक क्लस्टर से जुड़ी कंपनियां और एजेंसियां शामिल होंगी। कार्यक्रम की शुरुआत गुजरात सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की प्रधान सचिवमोना खांधार के स्वागत भाषण से होगी। इसके बाद मुख्य सचिव राज कुमार का संबोधन हुआ।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करने वाले प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों में केन्द्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. राजेश गोखले; चेयरमैन एंड सीईओ टारगेट डिस्कवरी आईएनसी कैलिफ़ोर्निया के जेफ़री पीटरसन, एसोसिएशन ऑफ बायोटेक लेड एंटरप्राइजेज (एबीएलई) के अध्यक्ष जी.एस. कृष्णन शामिल हैं। अन्य वक्ताओं में केन्द्र सरकार के डॉ. मनीष दीवान, हेड स्ट्रैटजी पार्टनरशिप एंड एंट्रप्योनरशिप डिवलपमेंट, बीआईआरएसी, केन्द्र सरकार और सुधीर वैद, अध्यक्ष और एमडी, कॉनकॉर्ड बायोटेक लिमिटेड का नाम शामिल हैं।

बायोटेक स्टार्टअप्स के प्रतिष्ठित उद्यमी, इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स, शिक्षाविद और कई अन्य प्रतिभागी इस प्री-समिट का हिस्सा बनेंगे। ये सभी लोग अलग-अलग विषयों जैसे, ‘ग्रोथ ऑफ द बायोटेक्नोलॉजी सेक्टर इन गुजरात; इकोसिस्टम फॉर एडवान्सिंग बायो-इनोवेशन्स; द राडार ऑफ भारत बायो-इकोनॉमी; एक्सप्लोरिंग द ट्रांसफॉर्मेटिव पॉवर ऑफ डीप टेक इन बायोटेक्नोलॉजी; इंडस्ट्री-एकेडमिया: द रिक्वायर्ड सिम्बायोसिस; रिसर्च एंड इनोवेशन कॉमर्शियलाइजेशन; और स्टार्टअप एंड रिसर्च इकोसिस्टम, पर विभिन्न सत्रों के माध्यम से सार्थक चर्चाएं करेंगे।

प्री-समिट कार्यक्रम के वक्ताओं में राजीव गांधी, फाउंडर एंड एमडी, हेस्टर लाइफसाइंस प्राइवेट लिमिटेड; प्रोफेसर साइमन बेस्ट, ओबीई, एफआरएसई, चेयरमैन, मिएल्गे लिमिटेड, एडिनबर्ग; प्रोफेसर माइकल अल्वारेज़, प्रोग्राम डायरेक्टर, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, सांता क्रूज़; प्रोफेसर रॉबर्ट लुंड, डिपार्टमेंट चेयर, स्टैटिस्टिक्स, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, सांता क्रूज़; डॉ. प्रिया टंडन, स्टैनफोर्ड बायोडिज़ाइन की सलाहकार और इंडस सेतु ग्लोबल फाउंडेशन इंडिया सहित कई अन्य नाम शामिल हैं। जीएसबीटीएम के एमडी विदेह खरे के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।