गुजरात : रबारी समुदाय का पहला शाही सामूहिक विवाह, एक नई सामाजिक मिसाल
भीमशीभाई सामड ने निभाई पांच बेटियों के पिता की भूमिका, शाही अंदाज़ में किया कन्यादान
गुजरात के सुरेन्द्र नगर स्थित थानगढ़ तालुका के खाखराथल गांव की पावन धरती पर पांचाल परगना के रबारी समुदाय का पहला शाही सामूहिक विवाह* समारोह संपन्न हुआ। इस विशेष आयोजन में समुदाय की पांच बेटियों का विवाह पारंपरिक रीति-रिवाज़ों के साथ एक ही मंच पर संपन्न कराया गया।
इस आयोजन के सूत्रधार और सामाजिक कार्यकर्ता भीमशीभाई रत्नाभाई सामड ने पिता की भूमिका निभाते हुए पांचों बेटियों का महाकन्यादान किया। उन्होंने न तो किसी प्रकार का स्वार्थ रखा, न ही स्नेह का प्रदर्शन किया, बल्कि बस एक सच्चे समाजसेवी की तरह पूरे विवाह की जिम्मेदारी उठाई और भावनात्मक रूप से जुड़कर बेटियों को विदाई दी।
समारोह में उन्होंने सभी नवविवाहित बेटियों को गृहस्थ जीवन में काम आने वाली जीवनोपयोगी वस्तुएँ उपहार में भेंट कीं और भावनात्मक विदाई दी। विदाई के समय उनकी आंखों से छलके आँसू केवल एक भावना नहीं, बल्कि समाज के प्रति उनकी गहरी निष्ठा और सेवा-भावना का प्रतीक थे।
यह आयोजन समाज में परंपराओं के संरक्षण, अनावश्यक खर्चों पर नियंत्रण और विवाह को एक सामाजिक संस्कार के रूप में सुदृढ़ करने का प्रेरणादायक उदाहरण बन गया है। रबारी समुदाय के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण था, जिसने समाज को एक नई दिशा देने का काम किया। समारोह की सराहना करते हुए स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने इसे एक आदर्श पहल बताया और भीमशीभाई सामड के इस योगदान को समाजसेवा की मिसाल के रूप में सराहा।