कतर में मौत की सजा पाए पूर्व नौसेनिकों से भारतीय राजदूत ने की मुलाकात
भारत सरकार पूरे मामले पर बारीकी से नजर रख रही है और उन्हें सभी कानूनी एवं राजनयिक सहायता प्रदान कर रही है
नई दिल्ली, 07 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय राजदूत ने कतर में मौत की सजा पाए 8 पूर्व नौसेनिकों से 03 दिसंबर को मुलाकात की। भारत सरकार पूरे मामले पर बारीकी से नजर रख रही है और उन्हें सभी कानूनी एवं राजनयिक सहायता प्रदान कर रही है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को साप्ताहिक पत्रकार वार्ता में बताया कि आठ भारतीयों के खिलाफ मामले में दो सुनवाई हो चुकी है और मौत की सजा के खिलाफ अपील पहले ही दायर की जा चुकी है। मामला संवेदनशील है। हम हर संभव प्रयास कर रहें हैं। मामले में साझा करने के लिए जो भी होगा उसे बताया जाएगा।
पूर्व नौसेनिकों को 26 अक्टूबर को कतर की एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। भारत ने फैसले को चौंकाने वाला बताया था और सभी कानूनी विकल्प तलाशने की प्रतिबद्धता दर्शाई थी। नौसेनिक कतर के सशस्त्र बलों को सेवाएं देने वाली कंपनी अल दहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजीज के कर्मचारी हैं। पिछले साल अगस्त में उन्हें हिरासत में लिया गया था। उनपर जासूसी का आरोप लगाया गया है।