सूरत : चेंबर ऑफ कॉमर्स ने 'विश्व एड्स दिवस' के अवसर पर जन जागरूकता अभियान एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया

सूरत में 90 के दशक में एडस के मामले अधिक थे, जाकरूकता के कारण अभी 0.02 प्रतिशत है

सूरत : चेंबर ऑफ कॉमर्स ने 'विश्व एड्स दिवस' के अवसर पर जन जागरूकता अभियान एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया

द सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की ओर से 'विश्व एड्स दिवस' के अवसर पर समृद्धि, नानपुरा, सूरत में जन जागरूकता अभियान एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिसमें सूरत शहर में एड्स जागरूकता और रोगी देखभाल और उपचार के क्षेत्र में काम करने वाली संस्थाओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर किरण मेडिकल कॉलेज के पीएसएम विभाग के प्रमुख एवं पारस पीएसएम एनएसीपी प्रोजेक्ट के निदेशक डॉ. जे. के. कोसंबिया और   सिविल अस्पताल  बाल रोग विभाग के अतिरिक्त  प्रोफेसर संगीता त्रिवेदी उपस्थित थे।

चैंबर उपाध्यक्ष विजय मेवावाला ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि विश्व में एड्स दिवस की शुरुआत वर्ष 1988 में हुई थी और वर्तमान में 39 करोड़ लोग एड्स से जूझ रहे हैं। एड्स या किसी भी बीमारी में सबसे कारगर दवा परिवार का सहयोग या वातावरण है। उन्होंने समाज के सभी लोगों से अपील की कि वे रोगियों के साथ भेदभाव न करें और उनके साथ उचित व्यवहार करें जबकि समाज में अभी भी कलंक और भेदभाव हो रहा है।

किरण मेडिकल कॉलेज के पीएसएम विभागाध्यक्ष डॉ. जे. के. कोसाम्बिया ने कहा कि 90 के दशक में सूरत में बड़ी संख्या में एड्स के मामले होने के कारण कई लोग सूरत को एड्स का एपी केंद्र कहते थे। सूरत में वर्ष 1996 में जन जागरूकता अभियान के माध्यम से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में एड्स के बारे में जानकारी दी गयी। 2000 में सूरत में 40 फीसदी पॉजिटिविटी रेट था। पिछले वर्षों में इसमें काफी कमी आई है और अब एड्स सकारात्मकता दर 0.02 प्रतिशत है।

सिविल अस्पताल के बाल रोग विभाग की अतिरिक्त प्रोफेसर संगीता त्रिवेदी ने कहा कि महाराष्ट्र और गुजरात के विभिन्न हिस्सों के बच्चों में एड्स के 80 प्रतिशत मामलों में, बच्चों के निदान के बाद माता-पिता के सकारात्मक होने के मामले सामने आते हैं। इसके पीछे कारण यह हो सकता है कि बच्चों में किसी भी बीमारी के लक्षण पहले दिखाई देते हैं, जबकि वयस्कों में लक्षण देर से दिखाई देते हैं। सिविल में पीपीसीटी ममता केयर सेंटर में मां से बच्चे में एड्स का संचरण 0 प्रतिशत दर्ज किया गया है। कोविड में एड्स गर्भवती महिला मरीजों को घर-घर जाकर दवा दी गई।

चैंबर के ग्रुप चेयरमैन नीरव मांडलेवाला ने समारोह में उपस्थित सभी का आभार व्यक्त किया। चेंबर की जन स्वास्थ्य समिति के सदस्य विकासबेन देसाई ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। समारोह की अध्यक्षता चैंबर ऑफ कॉमर्स के एसजीसीसीआई शिक्षा एवं कौशल विकास केंद्र के अध्यक्ष महेश पमनानी ने की। वक्ताओं ने समारोह में उपस्थित विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के सवालों के जवाब दिए और फिर समारोह का समापन किया गया।

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