विकसित भारत का संकल्प मात्र शब्द नहीं, बल्कि करोड़ों गरीबों का जीवन स्तर सुधारने का पुनीत विचार है: अमित शाह
विकसित भारत संकल्प यात्रा में शामिल हुए केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्रीशाह
जूनागढ़, 2 दिसंबर (हि.स.)। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को गुजरात के गिर सोमनाथ में विकसित भारत संकल्प यात्रा को संबोधित किया। अमित शाह ने कहा कि भारत को हर क्षेत्र में विकसित, सर्वप्रथम और आत्मनिर्भर सिर्फ 130 करोड़ भारतीय बना सकते हैं। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए यह यात्रा देश के हर क्षेत्र में जाएगी। हम सबने विकसित भारत का जो संकल्प लिया है, वह शब्द मात्र नहीं, बल्कि देश के करोड़ों गरीबों को सबके बराबर लाने का पुनीत विचार है। इसमें हमें सबके संकल्प के बल को जोड़ना है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसके तीन उद्देश्य देशवासियों के सामने रखे थे। पहला, आजादी की लड़ाई के दौरान जाने-अनजाने सभी बलिदानियों को याद करना और युवा पीढ़ी को आजादी के इतिहास के साथ जोड़ना। दूसरा उद्देश्य था, पिछले 75 वर्षों में देश द्वारा हासिल की गई उपलब्धियों पर गौरव करना और उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना। तीसरा उद्देश्य था, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संजोकर रखना और उस पर गौरवान्वित महसूस करना। शाह ने कहा कि आजादी के 75 सालों में एक विकसित भारत का संकल्प लेकर 75 से 100 साल तक के 25 सालों की यात्रा में सबके सामूहिक प्रयासों से भारत को विश्व में सर्वप्रथम बनाने का संकल्प लेना भी आजादी के अमृत महोत्सव का एक उद्देश्य था। उन्होंने कहा कि इस संकल्प की सिद्धि के लिए प्रधानमंत्री ने विकसित भारत संकल्प यात्रा की कल्पना की है, जो देश की हर पंचायत तक जाएगी और मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जागरूकता और उनका लाभ सभी तक पहुँचाने का काम करेगी।
करोड़ों लोगों को मूलभूत सुविधाएं दीं
शाह ने कहा कि वर्ष 2014 तक देश में करोड़ों लोग ऐसे थे जिनके पास घर,गैस कनेक्शन, शौचालय, पीने का पानी और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं तक नहीं थीं और इन करोड़ों लोगों को हर सुविधा के लिए संघर्ष करना पड़ता था। 2014 में नरेन्द्र मोदी की सरकार ने संकल्प किया कि हर घर में बैंक खाता, गैस कनेक्शन, शौचालय, नल से जल होगा और हर व्यक्ति के स्वास्थ्य का 5 लाख रुपए तक का खर्च सरकार उठाएगी। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के करोड़ों लोगों को प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज मुफ्त दिया और इन करोड़ों लोगों को मूलभूत सुविधाएं देकर इनके जीवन को बदलने की शुरुआत की। सिर्फ बैंक खाता खुलने से कई तरह के फायदे हुए और अब देश के किसानों के खाते में सालाना 6 हजार रुपए केन्द्र सरकार द्वारा जमा कर दिए जाते हैं।
गुजरात सरकार जनता तक पहुंचाई योजनाएं
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सभी जनकल्याणकारी योजनाओ को हर व्यक्ति तक पहुंचाने का काम किया है। प्रधानमंत्री ने 5 लाख रुपए तक का आयुष्मान भारत स्वास्थ्य कार्ड दिया, जिसे गुजरात सरकार ने 10 लाख रुपए तक कर दिया। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिए जिन्होंने अपना सर्वस्व न्यौछावर किया, उनके सपनों के भारत का निर्माण करना हमारी जिम्मेदारी है और इसे हमें अपने संकल्पबल से पूरा करना है।