सूरत :  सिविल अस्पताल में 50वां अंगदान, 28 वर्षीय ब्रेनडेड आदिवासी युवक के 2 किडनी, लीवर और दो फेफड़े का अंगदान 

तापी जिले के सोनगढ़ के गमीत परिवार के ब्रेनडेड बेटे के पांच अंगों के दान से चार लोगों को नई जिंदगी मिलेगी

सूरत :  सिविल अस्पताल में 50वां अंगदान, 28 वर्षीय ब्रेनडेड आदिवासी युवक के 2 किडनी, लीवर और दो फेफड़े का अंगदान 

दानदाताओं की भूमि कहा जाने वाला सूरत शहर अब अंग दाताओं के शहर के रूप में जाना जाने लगा है। सूरत के न्यू सिविल अस्पताल में पिछली दिवाली से इस साल की दिवाली तक एक साल की अवधि के दौरान अंगदान की सबसे अधिक संख्या दर्ज की गई। इसी कड़ी में एक और अंगदान किया गया, आज 50वां अंगदान था। गामीत परिवार में से एक 28 वर्षीय ब्रेनडेड बेटे कमलभाई गामीत की दो किडनी, लीवर और दो फेफड़ों के दान के माध्यम से चार लोगों को नया जीवन मिलेगा।

 प्राप्त विवरण के अनुसार, तापी जिले के सोनगढ़ तालुका के टिचकिया गांव के बंडारा पलिया में रहने वाले 28 वर्षीय आदिवासी युवक कमलभाई गामीत 08 नवंबर को शाम 07:30 बजे बाइक से घर लौट रहे थे, तभी बीच सड़क पर दुर्घटना हो गई। व्यारा के चिखल्दा गांव में एक रिक्शा और एक बाइक हादसे में कमलभाई की बाइक भी टकरा गई और उनके सिर पर गंभीर चोट लग गई। बेहोशी की हालत में तुरंत 108 एम्बुलेंस के माध्यम से व्यारा सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उन्हें आगे के इलाज के लिए सूरत सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां 10 दिन के इलाज के बाद 20 नवंबर की सुबह आर.एम.ओ. डॉ. केतन नायक, डॉ. नीलेश काचड़िया, न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. जय पटेल और न्यूरो सर्जन डॉ. हरिन मोदी ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया।

ब्रेन डेड कमल के पिता अरविंदभाई गामीत सहित परिवार के सदस्यों को डॉ. केतन नायक, डॉ. नीलेश काचड़िया, नर्सिग काउंसिल के इकबाल कड़ीवाला और निर्मला कथुडे ने अंगदान का महत्व समझाया। ऐसे में परिवार के लोगों ने ब्रेनडेड बेटे कमल के अंगदान के लिए सहमति देते हुए उसके अंगों को स्वीकार कर लिया। आज 2 किडनी, लीवर और फेफड़ों के दान से नए साल में चार लोगों की जिंदगी नई जिंदगी से भर जाएगी।

इस प्रकार गामीत परिवार ने अपने ब्रेनडेड बेटे के अंगदान से चार लोगों को नई जिंदगी देकर मानवता की एक बड़ी मिसाल पेश की है। कमलभाई निर्माणस्थल पर  (सेंटरींग) का काम करके परिवार का भरण-पोषण करते थे। उसका डेढ़ साल का बेटा पार्थ है।

इस प्रकार, न्यू सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. गणेश गोवेकर के मार्गदर्शन में, सूरत पुलिस, एसओटीओ टीम, चिकित्सा अधिकारियों, नर्सिंग और सुरक्षा कर्मचारियों और स्वयंसेवकों ने अंग दान के इस सेवा कार्य में कड़ी मेहनत की। इस प्रकार आज सूरत सिविल में 50वां सफल अंगदान हुआ।

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