हमीरपुर में जल्द लगेगी बिस्कुट और लड्डू निकालने वाली प्रोसेसिंग यूनिट
पहली बार मोटे अनाज से तैयार होंगे प्रोटीनयुक्त उत्पाद
हमीरपुर, 17 नवम्बर (हि.स.)। हमीरपुर जिले में मोटा अनाज की खेती करने वाले किसानों को योगी सरकार ने बड़ी सौगात दी है। मोटा अनाज से बिस्कुट, लड्डू और स्वादिष्ट व्यंजन तैयार करने के लिए एक प्रोसेसिंग यूनिट को लगाए जाने की सरकार ने हरी झंडी भी दे दी है। साथ ही मोटा अनाज से तैयार उत्पादों की बिक्री के लिए दस लाख रुपये कीमत का वाहन मिलेगा।
केन्द्र और राज्य की सरकार बुन्देलखंड क्षेत्र में मोटा अनाज की खेती को लेकर बड़े कदम उठाए है। इसकी खेती बढ़ावा देने के लिए शासन ने हमीरपुर जिले में राजकीय कृषि विज्ञान केन्द्र में एक प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना के लिए हरी झंडी दी है। इसके लिए शासन ने 95 लाख रुपये का अनुदान भी मिलेगा। हमीरपुर के उपनिदेशक कृषि हरीशंकर भार्गव ने बताया कि प्रोसेसिंग यूनिट कृषि विज्ञान केन्द्र में पहली बार लगेगी। इस यूनिट में मोटे अनाज से कई प्रकार के स्वादिष्ट और प्रोटीनयुक्त उत्पाद तैयार होंगे। बताया कि बिस्कुट, लड्डू समेत अन्य कई प्रकार के व्यंजन तैयार होगी। इस व्यंजनों (उत्पादों) की बिक्री के लिए भी 10 लाख रुपये कीमत का एक वाहन भी खरीदा जाएगा। इसके लिए सरकार पचास फीसदी अनुदान भी देगी। वाहन के जरिए प्रोसेसिंग यूनिट से तैयार उत्पाद को बेचा जाएगा। जिससे मोटा अनाज से बने व्यंजन को ज्यादा से ज्यादा लोग उपभोग कर सकेेंगे।
योजना का लाभ लेने के लिए किसान को भी बंफर मिलेगा अनुदान
उपनिदेशक कृषि ने बताया कि राजकीय कृषि विज्ञान केन्द्र में प्रोसेसिंग यूनिट लगाने को शासन ने मंजूरी दी है। बजट मिलने पर प्रोसेसिंग यूनिट के निर्माण कार्य शुरू कराए जाएंगे। इस यूनिट में बिस्कुट, लड्डू के साथ ही अन्य तमाम प्रकार के उत्पाद बनेंगे जबकि चावल निकालने वाली मशीनें भी इस यूनिट में लगेगी। इससे किसानों को बड़ी सुविधा मिलेगी। बताया कि निजी तौर पर यदि कोई किसान अथवा एफपीओ इस योजना का लाभ लेना चाहते है तो उसे भी सरकार पचास फीसदी अनुदान देगी। मोटा अनाज से बने स्वादिष्ट व्यंजन सेहत के लिए बड़े ही मुफीद होंगे।
प्रोसेसिंग यूनिट लगने से मोटा अनाज की खेती का बढ़ेगा रकबा
उपनिदेशक कृषि ने बताया कि हमीरपुर जिले में पहली बार हजारों हेक्टेयर में ज्वार, बाजरा के साथ 432 हेक्टेयर में कोदो, 540 हेक्टेयर में सावा व 848 हेक्टेयर में रागी की खेती किसानों ने की है। कुरारा ब्लाक क्षेत्र में सर्वाधिक गांवों में मोटा अनाज की खेती किसान कर रहे है। ज्वार, बाजरा, कोदो, रागी, काकुन, सावा आदि अनाज को खाने योग्य बनाने के लिए प्रोसेसिंग यूनिट किसानों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। बताया कि किसानों को मोटा अनाज छीलने व साफ करने में पहले बड़ी जद्दोजहद करनी पड़ती थी लेकिन प्रोसेसिंग यूनिट चालू होने पर किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।