सूरत :  हीरा श्रमिकों के लिए आर्थिक पैकेज घोषित करो अन्यथा कांग्रेस सडक पर उतरेगीः अमित चावड़ा

कांग्रेस रत्न कलाकारों के लिए कल्याण बोर्ड गठित करने की संघ की मांग को राज्य सरकार के समक्ष रखेगी

सूरत :  हीरा श्रमिकों के लिए आर्थिक पैकेज घोषित करो अन्यथा कांग्रेस सडक पर उतरेगीः अमित चावड़ा

गुजरात प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और गुजरात विधानसभा कांग्रेस दल के नेता अमितभाई चावड़ा ने श्रमजीवी सेवालय में सूरत के हीरा श्रमिक (रत्नकलाकारों) से उनके मुद्दों पर बातचीत की। डायमंड वर्कर्स यूनियन गुजरात के सदस्यों ने अपनी याचिकाएं प्रस्तुत कीं। मीडिया से कहा कि हीरे उद्योग में खास तौर पर रत्नकलाकारों को मंदी का सामना करना पड रहा है। इस लिए रत्नकलाकारों के लिए सरकार द्वारा आर्थिक पैकेज की घोषणा की जानी चाहिए। वर्तमान समय में हीरा श्रमिकों द्वारा आत्महत्या बढ़ती जा रही है। रत्नकलाकार संघ की "रत्न कर्ता कल्याण बोर्ड" बनाने की मांग हम सरकार तक पहुंचाएंगे।

कांग्रेस नेता अमित चावड़ा ने कहा कि सूरत के हीरा उद्योग को दुनिया में प्रमुख पहचान मिली है। यह उद्योग लाखों लोगों को रोजगार देता है और केंद्र और राज्य सरकार को बड़ी विनिमय दर देता है। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण सूरत के हीरा उद्योग को आर्थिक नुकसान हुआ है। व्यापारियों के साथ-साथ रत्न कलाकारों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हालात से परेशान होकर 30 लोग आत्महत्या कर चुके हैं। हीरा उद्योग से दो मिलियन से अधिक रत्न कलाकार जुड़े हुए हैं। मंदी की जो स्थिति बनी है इसके चलते काम के घंटों में कटौती की गई है और अभी से छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। यूनिट कब शुरू होगी इसका कोई निश्चित समय नहीं है।

रत्न कलाकारों के नेताओं ने आज मुज से मुलाकात की और एक प्रस्तुति दी। सूरत में 30 से ज्यादा रत्न कलाकारों ने आत्महत्या कर ली है। तो फिर सरकार को चिंता व्यक्त करनी चाहिए और आर्थिक पैकेज की घोषणा करनी चाहिए। हमारी मांग है कि सरकार रत्न कलाकारों के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करे। रत्न दीप योजना वैश्विक मंदी के दौरान शुरू की गई थी, इस योजना को पुनर्जीवित करने और आर्थिक पैकेज की घोषणा करने की मांग की जा रही है। केंद्र और राज्य सरकारों को आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या करने वाले रत्न कलाकारों के परिवारों के लिए वित्तीय पैकेज की घोषणा करनी चाहिए।

रत्नकलाकारों पर लगाया गया व्यवसाय ( प्रोफेशनल) टैक्स गैरकानूनी है। हम सरकार से मांग करते हैं कि रत्नकलाकारों पर लगाए गए व्यवसाय टैक्स को रद्द किया जाए। अन्यथा आने वाले दिनों में कांग्रेस इसकी लड़ाई लड़ेगी। रत्न कलाकारों को कानून के मुताबिक लाभ मिलना चाहिए। कुछ कंपनियों द्वारा कानून का उल्लंघन किया जा रहा है, फैक्ट्री अधिनियम के तहत कानूनों के उल्लंघन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है।'' रत्न कलाकार कल्याण बोर्ड के निर्माण की संघ की मांग एक ऐसी मांग है जिसे हम सरकार तक पहुंचाएंगे। 

मौजूदा हालात में रत्ना कलाकार आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं और आत्महत्या कर रहे हैं। उन ज्वैलर्स के लिए आर्थिक राहत पैकेज की घोषणा करें जो बेरोजगार हो गए हैं। आने वाले दिनों में हम इन सवालों को विधानसभा और सरकार के समक्ष रखेंगे। जरूरत पड़ी तो इस सवाल को लेकर सड़कों पर उतरकर जनआंदोलन किया जायेगा।

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