प्रधानमंत्री नर्मदा नदी पर मालसर के समीप बने 56वें ब्रिज का लोकार्पण करेंगे
225 करोड़ की लागत से बने ब्रिज से वडोदरा से नेत्रंग, डेडियापारा और महाराष्ट्र की ओर जाने में होगी सहूलियत
भरुच/अहमदबाद, 23 सितंबर (हि.स.)। वडोदरा जिले को 2 जिलों भरुच और नर्मदा से कम दूरी से जोड़ने वाला डभोई, शिनोर, मालसर, अशा रोड पर नर्मदा नदी के ऊपर 225 करोड़ रुपये की लागत से पुल बन कर तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस पुल का 27 सितम्बर को मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की मौजूदगी में छोटा उदेपुर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान लोकार्पण करेंगे। इस ब्रिज के बनने से वडोदरा से नेत्रंग के अलावा डेडियापारा, महाराष्ट्र जाने के लिए 20 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी। पुल बनने का दूसरा बड़ा फायदा कठिन चढाई, पर्वतीय रास्तों से वाहन चालकों को राहत मिलेगी।
मध्य प्रदेश के अमरकंटक से निकल कर खंभात की खाड़ी में मिलने वाली नर्मदा नदी के इस 1352 किलोमीटर के लंबे प्रवाह पर वाहनों की आवाजाही के लिए अभी तक कुल 55 ब्रिज का निर्माण हो चुका है। वडोदरा सड़क एवं आवास विभाग (ग्रामीण) की ओर से मालसर के समीप बना नर्मदा नदी पर यह 56वां पुल है। नर्मदा नदी पर अधिकतम पुल मध्य प्रदेश में बने हैं। स्वेर टाइप इस ब्रिज के बारे में कार्यपालक इंजीनियर कमलेश थोराट ने कहा कि डभोई, शिनोर, मालसर और अशा की ओर हाइवे पर नर्मदा नदी पर पीएससी गर्डर डेक पुल बनाने का काम पूरा हो गया है। ब्रिज के लिए 16 पिलर बनाए गए हैं। 225 करोड़ रुपये के खर्च से बने इस पुल के लिए 12 हजार टन विभिन्न प्रकार के लोहा का उपयोग किया गया है। करीब 20 हजार टन सीमेंट का इस्तेमाल हुआ है। इतनी सामग्री से 3 बेडरूम हॉल किचन की सुविधा वाला 7 से 15 मंजिल का अपार्टमेंट बनाया जा सकता है। कुल 3.5 किलोमीटर की लंबाई और 16 मीटर की चौड़ाई वाले इस ब्रिज का 900 मीटर हिस्सा नदी से गुजरता है। बाकी का हिस्सा अशा की ओर 600 मीटर और मालसर की ओर 2 किलोमीटर है।
ब्रिज बनने से शिनोर तहसील से नर्मदा जिले के नांदोद और भरुच जिले के झगडिया जाने के लिए 20 किलोमीटर कम दूरी तय करनी पड़ेगी। वडोदरा से नेत्रंग, डेडियापारा के अलावा महाराष्ट्र की ओर जाने वाले वाहन चालकों को इससे काफी सुविधा होगी। राजपीपला, डेडियापाड़ा की घाटियों की चढ़ाई से भारी वाहनों को मुक्ति मिल जाएगी। समय और ईंधन दोनों का बचत होगा।