सूरत : मेडिकल छात्र ने ब्रेन डेड पिता का किया अंगदान , 3 लोगों को नई जिंदगी मिली

अंगदान के जरिए 42 साल के बिपिनभाई वागड़िया का दिल सूरत की एक महिला में धड़केगा

सूरत : मेडिकल छात्र ने ब्रेन डेड पिता का किया अंगदान ,  3 लोगों को नई जिंदगी मिली

डोनेट लाइफ की ओर से आज सूरत में 49वां ह्रदय दान किया गया। लेउवा पटेल समाज के ब्रेन डेड बिपिनभाई केशवजीभाई वागड़िया के परिवार ने हृदय और किडनी दान कर तीन लोगों को नया जीवन देकर मानवता का चमत्कार किया। यह हृदय प्रत्यारोपण (हार्ट ट्रांसप्लांट) सूरत की रहने वाली एक महिला में किया गया।

 निजी अस्पताल में दोनों किडनी का ट्रांसप्लांट किया गया। हृदय को समय पर पहुंचाने के लिए सूरत सिटी पुलिस द्वारा निजी अस्पताल से दूसरे निजी अस्पताल तक मार्ग का एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था। डोनेट लाइफ संस्था अब तक देश-विदेश के 1070 से अधिक लोगों को अलग-अलग अंग दान कर नई जिंदगी देने में सफल रही है।

डोनेट लाईफ के संस्थापक नीलेशभाई मांडलेवाला ने बताया कि 42 वर्षीय बिपिनभाई (पैतृक गांव घूडसिया, जिला जामनगर) और वर्तमान में 14 भक्तिनंदन सोसायटी मोटा वराछा सूरत में रहते थे और श्री श्री डायमंड प्लानिंग नामक कंपनी के साथ हीरे का कारोबार करते थे। 15 सितंबर की शाम हाई ब्लड प्रेशर के कारण बेहोश होने के बाद परिजनों ने उन्हें तुरंत पीपी सवाणी हार्ट इंस्टीट्यूट में भर्ती कराया।

सीटी स्कैन से पता चला कि उन्हें ब्रेन हैमरेज हुआ है। उन्हें आगे के इलाज के लिए 16 तारीख को मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 17 तारीख को उन्हें आगे के इलाज के लिए न्यूरोफिजिशियन के इलाज के तहत हिंदुजा अस्पताल से सूरत के किरण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

उन्होंने आगे कहा कि, 18 तारीख को डॉक्टरों ने बिपिनभाई को ब्रेन डेड घोषित कर दिया। बिपिनभाई के भाई विपुलभाई के दोस्त पिंटूभाई देवानी ने डोनेट लाइफ के संस्थापक नीलेश मांडलेवाला से टेलीफोन पर संपर्क किया और बिपिनभाई के ब्रेन डेड होने की जानकारी दी। जहां परिवार के अन्य सदस्यों को अंगदान का महत्व और इसकी पूरी प्रक्रिया समझाई गई।

बिपिनभाई का बेटा राज, जो भावनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के अंतिम वर्ष में है। मैंने उनसे कहा कि एक मेडिकल छात्र होने के नाते मैं अंगदान के महत्व को अच्छी तरह समझता हूं। मेरे पिता ब्रेन डेड हो गए हैं, उनका शरीर राख होने वाला है, हम यथासंभव उनके अंगों को दान करके अंग विफलता के रोगियों को नया जीवन देने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि एसओटीटीओ के माध्यम से हृदय सूरत के महावीर अस्पताल और दोनों किडनी सूरत के किरण अस्पताल को आवंटित की गईं। हृदय दान को सूरत के महावीर अस्पताल के डॉक्टरों  ने स्वीकारा और उनकी टीम ने सूरत की ही 46 वर्षिय महिला में ह्रदय प्रत्यारोपण किया। दान की गई दो किडनी में से एक किडनी सूरत निवासी 17 वर्षीय युवक में और दूसरी किडनी सेलवास निवासी 27 वर्षीय लड़की में ट्रांसप्लांट की गई है।

सूरत और दक्षिण गुजरात से डोनेट लाइफ द्वारा कुल 1173 अंग और ऊतक दान किए गए हैं। जिसमें 484 गुर्दे, 208 यकृत, 49 हृदय, 40 फेफड़े, 8 अग्न्याशय, 4 हाथ, 1 छोटी आंत और 379 आंखें दान की गई हैं, देश और विदेश के कुल 1077 व्यक्तियों को सफलतापूर्वक नया जीवन दिया गया है।

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