
सूरत : गांधी बाग से फिर पुष्पा स्टाइल में चोरी हुए चंदन के पेड़
सीसीटीवी के बीच सोते हुए पकड़े गए सुरक्षाकर्मी
सूरत नगर निगम के सबसे पुराने गांधी बाग में दो साल पहले चंदन के दो पेड़ चोरी होने की घटना अभी तक लोग भूले नहीं हैं। गुरुवार रात फिर से उसी तरीके से चंदन चोर तीसरा पेड़ भी काटकर ले गए। सूरत नगर निगम की लचर सुरक्षा व्यवस्था के चलते गांधीबाग से समय-समय पर चंदन की लकड़ी चोरी होने की बात सामने आई है। इतना ही नहीं, गार्डन के गेट के ठीक सामने लगे चंदन के पेड़ को चोरों ने इलेक्ट्रिक कटर से काट लिया, लेकिन सिक्योरिटी को इसकी भनक तक नहीं लगी। इससे नगर पालिका की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
स्थानीय लोगों ने कहा कि सूरत के ऐतिहासिक गांधी बाग में चंदन की लकड़ी की लगातार चोरी की घटना गंभीर है। गुरुवार की रात एक बार फिर वीरप्पन और पुष्य स्टाइल में चंदन के तीन पेड़ चोरी हो गए और नगर पालिका की नाक कट गई। गांधीबाग में सुरक्षा और सीसीटीवी कैमरे के बीच चोरी की घटना ने एक बार फिर नगर पालिका की सुरक्षा एजेंसी की लचर व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गांधी बाग सूरत का सबसे पुराना और ऐतिहासिक स्मारक है जो ब्रिटिश काल का उद्यान है। जहां से चंदन का पेड़ चोरी होना एक गंभीर मामला कहा जा सकता है। इस चोरी से यह कहा जा सकता है कि यह पेड़ चंदन की लकड़ी चोरों के लिए नगर पालिका द्वारा खड़ा किया गया था। सूरत के विरप्पन और पुष्पा जैसे चोरों द्वारा चंदन की लकड़ी चुराने का यह जीता जागता उदाहरण है। यह कहा जा सकता है कि सूरत के चंदन चोर आधुनिक हो गए हैं और पेड़ों को काटने के लिए नगर निगम के अधिकारियों का नहीं बल्कि इलेक्ट्रिक कटर का इस्तेमाल करते हैं।
सूरत नगर पालिका, जिसने शहर में हजारों सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं, इन चंदन चोरों को पकड़ने के लिए आधुनिक तकनीक से लैस है। रात में चंदन के तीन पेड़ चोरी हो गए। दो साल पहले जनवरी माह में चंदन के दो पेड़ चोरी हो गये थे, जिसके बाद एक और पेड़ चोरी हो गया है। अब गांधीबाग में करीब आठ चंदन के पेड़ बचे हैं, अगर नगर निगम की सुरक्षा व्यवस्था इसी तरह सोती रही तो कहा जा सकता है कि गांधीबाग में एक भी चंदन का पेड़ सुरक्षित नहीं रहेगा।