
अहमदाबाद : स्थायी भर्ती समेत मांगों को लेकर राज्य भर में ग्रांटेड स्कूल टीचर्स ने किया विरोध प्रदर्शन
यदि सरकार ने मांग नहीं मानी तो अहिंसक आंदोलन की धमकी दी
राज्य के अनुदानित स्कूलों की ओर से लंबित मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ सोमवार को राज्य भर में आठवें चरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। लंबित मांगों के विरोध में अनुदान प्राप्त विद्यालय के प्राचार्य एवं शिक्षकों सहित कर्मचारियों द्वारा थाली बजाकर सरकार को जगाने का प्रयास किया गया। राज्य के हर अनुदान प्राप्त स्कूल में शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया। सूरत, अहमदाबाद समेत स्कूलों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। सूरत के अठवालाइन्स स्थित जिला कलेक्टर कार्यालय को एक अपील पत्र भेजा है और धमकी दी है कि अगर सरकार गुरुवार तक मांग नहीं मानती है तो गांधी मार्ग पर चलकर अहिंसक विरोध प्रदर्शन की धमकी दी है।
गुजरात राज्य शैक्षिक समन्वय समिति के तत्वावधान में पूरे राज्य में अनुदान प्राप्त विद्यालयों द्वारा लंबित मांगों को लेकर विरोध दर्ज कराया जा रहा है। 20 जुलाई से पूरे राज्य में विभिन्न चरणों के अनुसार कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। सोमवार को आठवें चरण के कार्यक्रम का आयोजन पूरे राज्य में किया गया था। जिसके भाग रुप सूरत के अनुदानित स्कूल के शिक्षकों, प्रिंसिपल और स्टाफ ने थाली बजाकर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की। सूरत के घोड़ दौड रोड स्थित एक्सपेरिमेंटल स्कूल में विरोध-प्रदर्शन कर सूरत जिला कलेक्टर कार्यालय को शिकायत पत्र भेजा। गुरुवार तक मांग नहीं मानी गई तो अहिसंक आंदोलन की धमकी दी गई है।
शिक्षकों ने थाली बजाकर विरोध जताया
अहमदाबाद में भी सोमवार को स्कूल की छुट्टी होने के बाद शिक्षकों ने थाली बजाकर विरोध जताया। राज्यभर के अनुदान प्राप्त स्कूलों के शिक्षकों, प्राचार्यों और प्रबंधकों की बैठक हुई। इस बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा की गई। इससे पहले शिक्षकों ने प्रार्थना पत्र सौंपकर, पत्र लिखकर, काले कपड़े पहनकर, काली पट्टी बांधकर, रामधुन करके एक साथ विरोध प्रदर्शन किया था। इसके अलावा पाटन जिला शैक्षिक संघ समन्वय समिति के आदेशानुसार पाटन जिले के सभी अनुदान प्राप्त विद्यालयों के प्रबंधक, प्राचार्य, शिक्षक, लिपिक एवं सेवकों ने विद्यालय की छुट्टी के समय विद्यालय का बैनर एवं निर्धारित प्ले कार्ड प्रदर्शित कर थाली बजाकर 15 मिनट तक विरोध प्रदर्शन किया।