सूरत : गणेश आगमन यात्रा विसर्जन यात्रा से भी भव्य हो गई

सूरत शहर में 80 हजार से अधिक गणेशजी की छोटी बड़ी मूर्तियों का पंजीकरण

सूरत : गणेश आगमन यात्रा विसर्जन यात्रा से भी भव्य हो गई

सूरत शहर में हर साल भव्य गणेशोत्सव समारोह का आयोजन किया जाता है। 10 साल पहले गणेश विसर्जन यात्रा में जो भव्यता थी, वह अब आगमन यात्रा में दोगुनी हो गई है। सूरत शहर के विभिन्न क्षेत्रों में गणेश स्थापना से 15 दिन पहले मंडलियाँ एक भव्य आगमन यात्रा का आयोजन करती हैं।
एक दशक पहले शहर में 40 हजार मूर्तियां स्थापित की जाती थीं, जिसमें करीब 250 से 300 करोड़ रुपए खर्च होता था।  हालाँकि, वर्तमान में 80 हजार से अधिक मूर्तियाँ स्थापित कि जाती हैं जबकि खर्च 700 करोड़ से अधिक हो रहा है। आज की तारीख में शहर के कई बड़े मंडल 10 दिनों में 1.25 करोड़ तक खर्च कर रहे हैं, जो पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा है।

पहले मंडली के पचास लोग श्रीजी को लेने जाते थे, अब हजारों श्रद्धालु भव्य आगमन यात्रा के साथ श्रीजी को पंडाल तक लाते है। गणेश उत्सव के दौरान मंडपों की बुकिंग 10 दिन पहले ही शुरू हो चुकी है। 10 हजार से लेकर 5 लाख तक मंडप बनाए जा रहे हैं। शहर में मंडप, लाइटिंग और सजावट पर 25 हजार से 30 लाख तक खर्च करते हैं। एलईडी 500 से 11000 फीट तक लगाई जाती हैं। अधिकांश अगम यात्राओं में डीजे, नासिक ढोल और लाइव बैंड के लिए 2 लाख तक का बजट होता है।

 मोदक की कीमत इस वर्ष 10 प्रतिशत मूल्य वृद्धि के साथ 540 से 640 रुपये प्रति किलोग्राम है। मोतीचूर के लड्डु की कीमत 540 रुपये से ज्यादा है।  ड्राई फ्रूट्स के एक हार की कीमत 2500 रुपये तक होती है। गणपति उत्सव में यात्रा से लेकर प्रसार तक 10 दिनों की फोटोग्राफी और शूटिंग के लिए फोटोग्राफरों को ऑर्डर मिल रहे हैं, जिनकी कीमत 20 हजार से 2 लाख तक है। यात्रा में अकेले आतिशबाजी पर 50 हजार तक का खर्च आता है। शहर में विभिन्न ग्रुप की ओर से श्रीजी की भव्य आगमन यात्रा निकाली जा रही है। दस वर्ष पहले की आगमन यात्रा और इस वर्ष की यात्रा में बहुत बदलाव आया है।

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