सूरत : एसजीसीसीआई ग्लोबल कनेक्ट मिशन 84 के तहत रत्न और आभूषण क्षेत्र में निर्यात के अवसरों की खोज पर एक सत्र आयोजित 

स्पार्कल प्रदर्शनी के दौरान आयोजित सत्र में उद्यमियों को आभूषण निर्यात के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई

सूरत : एसजीसीसीआई ग्लोबल कनेक्ट मिशन 84 के तहत रत्न और आभूषण क्षेत्र में निर्यात के अवसरों की खोज पर एक सत्र आयोजित 

दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने एसजीसीसीआई ग्लोबल कनेक्ट मिशन 84 का आयोजन किया। पंडित दिनदयाल उपाध्याय स्टेडियम, अठवालाइन्स, सूरत में स्पार्कल प्रदर्शनी के दौरान 'रत्न और आभूषण उद्योग में निर्यात के अवसरों की खोज' पर एक सत्र आयोजित किया गया था। जिसमें विशेषज्ञ वक्ता के रूप में भारत उड़ान मिशन के संस्थापक अमित मुलानी ने उद्यमियों को रत्न एवं आभूषण उद्योग में प्रवेश करने, आभूषण व्यवसाय विकसित करने और इसे निर्यात करने के लिए प्रेरित किया।

चैंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष विजय मेवावाला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्यात के लिए1 ट्रिलियन यूएस डॉलर के लक्ष्य में सूरत सहित पूरे गुजरात क्षेत्र के उद्यमियों का योगदान बढ़ाने के लिए एसजीसीसीआई ग्लोबल कनेक्ट मिशन 84 के तहत चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं।  जिसके तहत उद्यमियों को रत्न एवं आभूषण के क्षेत्र में निर्यात करने हेतु मार्गदर्शन देने तथा निर्यात करने वाले उद्यमियों को जानकारी देने के उद्देश्य से एक सत्र आयोजित किया गया ताकि वे अपना निर्यात बढ़ा सकें।

अमित मुलानी ने रत्न एवं आभूषण क्षेत्र में निर्यात की विभिन्न संभावनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने इस क्षेत्र में विनिर्माण नहीं करने पर भी निर्यात कारोबार करने के विभिन्न कदमों की जानकारी दी। बताया गया कि रत्न एवं आभूषण क्षेत्र में कारोबार कैसे करें और इसे आसानी से कैसे बढ़ाया जाए। उन्होंने आभूषण उद्योग में भारत के विनिर्माण क्षेत्र में निर्यात के अवसरों के बारे में जानकारी दी और बताया कि कैसे कोई भी आभूषण विनिर्माण क्षेत्र शुरू करके इसे एक पायदान ऊपर ले जा सकता है।

उन्होंने आगे कहा कि भारतीय ज्वैलर्स को सोने के डिजाइन में महारत हासिल है, इसलिए सभी देशों में आभूषण निर्यात के कई अवसर हैं। निर्यात करने के लिए दस्तावेज़ीकरण अब  बहुत आसान हो गया है। भारत ने विभिन्न देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनका लाभ आभूषण निर्यात के लिए उठाया जा सकता है। इसके लिए उद्यमियों को कुछ समझ विकसित करनी होगी। उन्होंने उद्योगपतियों व उद्यमियों को निर्यात के लिए महत्वपूर्ण विषयों की विस्तार से जानकारी दी।

चैंबर के तत्कालीन पूर्व अध्यक्ष हिमांशु बोड़ावाला ने सत्र में उपस्थित सभी को धन्यवाद दिया। चैंबर के पूर्व अध्यक्ष रोहित मेहता ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। एसजीसीसीआई ग्लोबल कनेक्ट मिशन 84 के सदस्य राकेश त्रिवेदी ने पूरे सत्र का संचालन किया और वक्ताओं का परिचय भी दिया। सत्र में चैंबर मानद कोषाध्यक्ष किरण ठुम्मर और एसजीसीसीआई ग्लोबल कनेक्ट मिशन 84 के सदस्य परेश भट्ट उपस्थित थे। इस सत्र में वक्ताओं ने उद्यमियों के विभिन्न प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर दिया और फिर सत्र का समापन किया गया।

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